Bihar Election 2025: अगर आपको भी नहीं मिल रहा पोलिंग बूथ, तो ऐसे करें पता; जानिए पूरी प्रक्रिया Bihar Election : पहले चरण का प्रचार खत्म, NDA-INDIA गठबंधन ने झोंकी ताकत; 'छठ-हैलोवीन, मोकामा मर्डर और जंगलराज...', का मुद्दा रहा हावी Bihar Elections 2025: बिहार चुनाव से पहले पड़ोसी राज्यों से वोटिंग के लिए मुफ्त ट्रेनें, वोटरों के लिए मिल रही है यह खास सुविधा Anant Singh Arrest : अनंत सिंह के अरेस्ट होने के बाद धानुक वोटरों की नाराजगी थमेगी? मोकामा-बाढ़ समेत कई सीटों पर दिख सकता असर; जानिए क्या है NDA का प्लान Bihar Weather: बिहार में इस दिन से पड़ेगी भीषण ठंड, मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी Bihar Election 2025: चुनाव से पहले गोपालगंज में JDU-कांग्रेस समर्थकों के बीच हिंसक झड़प, चाकूबाजी में एक युवक घायल बिहार चुनाव: पहले चरण का प्रचार थमा, नीतीश–मोदी बनाम तेजस्वी–राहुल की जंग अब दूसरे चरण में तेज, जानिए फर्स्ट फेज में किस नेता ने की कितनी सभाएं और क्या रहा मुद्दा Bihar News: बिहार में JDU नेता के भाई, पत्नी और बेटी की मौत; मचा कोहराम Asia University Rankings: भारत के ये संस्थान एशिया के टॉप-100 विश्वविद्यालयों में शामिल, शीर्ष पर यह यूनिवर्सिटी काबिज Bihar Election 2025: वोटिंग के दिन इन चीजों पर रहेगी छूट, आप भी ले सकते हैं लाभ; जानिए क्या है तरीका
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 30 Jan 2023 07:12:20 AM IST
- फ़ोटो
PATNA: राज्य सरकार ने पटना सिटी के पूर्व SDPO और डीएसपी अमित शरण के खिलाफ विभागीय कार्रवाई चलाने का आदेश दिया है. अमित शरण फिलहाल पुलिस मुख्यालय में तैनात हैं. उनके खिलाफ विभागीय कारवाई चलाने का आदेश गृह विभाग ने जारी कर दिया है.
DSP अमित शरण पर आरोप है कि 30 अगस्त 2020 से अगस्त 2022 तक पटना के पटना सिटी में एसडीपीओ रहते हुए उन्होंने अपनी जिम्मेदारी को सही से पुरा नहीं किया. सिटी में बतौर एसडीपीओ उन्होंने अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन ठीक तरीके से नहीं किया. अमित शरण ने विधि-व्यवस्था, अपराध नियंत्रण और सुपरवीजन - निरीक्षण में लापरवाही बरती है.
पुलिस मुख्यालय ने अमित शरण की लापरवाही को सही पाते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की थी. इसके बाद गृह विभाग ने कार्रवाई करने का आदेश जारी किया है.गृह विभाग ने आरोपी DSP को नोटिस जारी कर 15 दिन में ये बताने को कहा है कि उनके खिलाफ क्यों नहीं कार्रवाई की जाए.
वहीं सरकार ने डीएसपी मनोज कुमार सुधांशु को निलंबन से मुक्त कर दिया है और उन्हें पुलिस मुख्यालय में तैनात किया है. DSP मनोज पर आरोप है कि साल 2018 में कहलगांव के एसडीपीओ रहते हुए उन्होंने कहलगांव थाना में दर्ज कांड संख्या 337 में लापरवाही बरती थी. इसी आरोप में उन्हें निलंबित कर दिया गया था. उन पर आरोप था कि पासिंग गिरोह के विरुद्ध दर्ज इस कांड की जांच उन्हें 28 मई 2018 को सौंपी गयी थी, लेकिन इस मामले में किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गयी थी. DSP सुधांशु ने इस कांड में जब्त किये गये करीब 50 लाख रुपये को छोड़ने के लिए एनओसी जारी कर दिया था.