ब्रेकिंग न्यूज़

BIHAR: ट्रेन हादसे में पैर गंवाने वाले शिवम को मिला नया जीवन, समाजसेवी अजय सिंह ने दिलाया कृत्रिम पैर और नौकरी हजारीबाग डाक मंडल बना देश का नंबर 1, डाक जीवन बीमा में एक दिन में 5 करोड़ से अधिक प्रीमियम डिपॉजिट बेगूसराय में युवक की निर्मम हत्या: चाकू से गोदा, गोली मारी, प्रेम प्रसंग में मर्डर की आशंका डाईआर्च ग्रुप ने दिल्ली में खोला नया ऑफिस, Real Estate से लेकर FMCG सेक्टर तक का विस्तार Bihar Teacher News: बिहार के सरकारी प्लस-2 विद्यालयों में नए बहाल 5728 प्रधानाध्यापकों की हुई पदस्थापन, लिस्ट..... Life Style: सावन में क्यों नहीं खानी चाहिए कढ़ी और साग? जानिए... सही कारण Bihar Elections: इस पार्टी से चुनाव लड़ेंगे पवन सिंह? सुपरस्टार के संकेत से सियासी हलचल तेज Sawan 2025: बिहार के 5 प्रमुख कांवर रुट, जहां मिलती है श्रद्धालुओं की जबरदस्त भीड़ Manrega Yojna Bihar: एक दर्जन से अधिक पंचायत सेवकों पर फर्जीवाड़े का आरोप, अब होगी कार्रवाई Cricket: टेस्ट में भारत के खिलाफ सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज, टॉप 3 में इंग्लैंड के 2 बल्लेबाज शामिल

सबूत हटाने वाले आईओ को बचाने में जुटे हैं पाटलिपुत्र थाने वाले थानेदार साहब, बचाव में बना रहे कई बहाने

1st Bihar Published by: Updated Wed, 20 Nov 2019 09:42:22 AM IST

सबूत हटाने वाले आईओ को बचाने में जुटे हैं पाटलिपुत्र थाने वाले थानेदार साहब, बचाव में बना रहे कई बहाने

- फ़ोटो

PATNA :  महिला के घर में घुसकर छेड़खानी और मारपीट करने के केस में लीपापोती करने वाले IO को बचाने में पाटलिपुत्र थाने वाले थानेदार साहब जुटे हैं. 

इस मामले में थानेदार केपी सिंह की भूमिका संदिग्ध है. आईओ ने आरोपी को बचाने के लिए साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ करने के साथ ही गवाहों का बयान भी बदल दिया था. पर इसके बावजूद थानेदार साहब IO को बचाने में जुटे हैं. थानेदार ने कहा कि आईओ ने कोई लापरवाही नहीं की, वहीं सिटी एसपी ने आईओ की भूमिका को संदिग्ध माना है. सिटी एसपी ने आईओ को बदलने का आदेश दिया है और उनकी भूमिका की जांच करने का भी आदेश दिया है. 


वहीं छेड़खानी और मारपीट की पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई थी पर पुलिस ने फुटेज को बतौर साक्ष्य कोर्ट में जमा ही नहीं किया. इसपर थानेदार का कहना है कि फुटेज मोबाइल में है इसलिए कोर्ट में जमा नहीं हुआ. पीड़िता को सीडी बनाकर देना चाहिए. वहीं पीड़िता की शिकायत पर एडीजी ने आईओ को तत्काल बदलने का आदेश दिया गया था, पर बदला नहीं गया.