PATNA: पटना के मंदिरी स्थित जाप सुप्रीमो पप्पू यादव के आवास पर मंगलवार की सुबह बुद्धा कॉलोनी थाने की पुलिस पहुंची। जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव को मंदिरी स्थित उनके आवास में कुछ देर के लिए नजरबंद किया गया। पप्पू यादव के आवास के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस बल को लगाया गया। इस दौरान बुद्धा कॉलोनी थाना के थानाध्यक्ष समेत कई पुलिस पदाधिकारी मौजूद रहे। जिसके बाद पप्पू यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पप्पू यादव को गिरफ्तार कर पुलिस गांधी मैदान थाने लेकर आयी।
पप्पू यादव की गिरफ्तारी से नाराज उनके समर्थक थाना परिसर में ही धरना पर बैठ गये और पुलिस की इस कार्रवाई को गलत बताया। जाप कार्यकर्ताओं ने पप्पू यादव को छोड़ने की मांग की। हालांकि पप्पू यादव की रिहाई की मांग ट्विटर पर भी की जा रही है। कार्यकर्ताओं का कहना है कि एम्बुलेंस मामले का खुलासा करने वाले पर पुलिस कार्रवाई कर रही है जबकि इस मामले में जो दोषी हैं उन पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। पप्पू यादव को साजिश के तहत परेशान किया जा रहा है।
गौरतलब है कि बीते दिनों ही पप्पू यादव ने एम्बुलेंस को लेकर सांसद राजीव प्रताप रूडी पर सवाल उठाया था। बताया जाता है कि पूर्व सांसद पप्पू यादव को लॉकडाउन उल्लंघन करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने ट्विटर पर अपनी गिरफ्तारी की जानकारी दी। उन्होंने ट्वीट पर लिखा कि "मुझे गिरफ्तार कर पटना के गांधी मैदान थाना ले आया है" अपने दूसरे ट्वीट में पप्पू यादव ने पीएम मोदी और सीएम नीतीश पर हमला बोला। पप्पू यादव ने ट्वीट पर लिखा कि " लॉकडाउन उल्लंघन के नाम पर गिरफ्तारी, सरकार ने खुद मार ली अपने पांव पर कुल्हाड़ी, जाग गयी जनता तो मोदी-नीतीश यह आपकों पड़ेगी भारी"
जाप सुप्रीमो पप्पू यादव की रिहाई की मांग ट्विटर पर भी की जा रही है। ट्विटर पर दूसरे स्थान पर पप्पू यादव को रिलिज करने की मांग की गयी है। पप्पू यादव का कोरोना टेस्ट कराया गया जहां उनकी कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आई है।
गौरतलब है कि कोरोना मरीज और उनके परिजनों की मदद के लिए पप्पू यादव लगातार सामने आ रहे हैं। लेकिन अब सरकार ने पप्पू यादव को घर से निकलने पर रोक लगाने का निर्णय लिया है। इसी वजह से भारी संख्या में पुलिस उनके आवास पर पहुंची थी। उन्हें बताया गया कि वे लॉकडाउन का पालन करें और घर से बाहर ना निकलें।पप्पू यादव को पुलिस अपने साथ गांधी मैदान थाने लेकर पहुंची। इस दौरान पुलिस द्वारा मीडिया कर्मियों को वीडियो बनाने से मना किया गया।
कोरोना काल में लगातार पप्पू यादव की एक्टिविटी को देखते हुए उन्हें अरेस्ट कर लिया गया। पप्पू यादव को गिरफ्तार करने के लिए कोतवाली DSP समेत पांच थानों के थाना प्रभारी उनके मंदिरी आवास पर पहुंचे जहां से पप्पू यादव को गिरफ्तार कर लिया गया।
पप्पू यादव ने पुलिस को लिखा कि यदि प्रशासन नहीं चाहता है कि वह इस कोरोना काल मे घर से बाहर निकले तो वह अपने आवास से बाहर नहीं निकलेंगे। जिसके बाद पटना पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर गांधी मैदान थाना लेकर पहुंची।
मंगलवार की सुबह पटना के मंदिरी आवास पर पप्पू यादव अपने समर्थकों के साथ बैठकर रणनीति बना रहे थे कि वह आज किन-किन इलाकों में और किस किस अस्पताल में वे जाएंगे। लेकिन तभी कोतवाली DSP और आसपास के थाना प्रभारी उन्हें गिरफ्तार करने के लिए पहुंच गए। तभी पप्पू यादव के तरफ से यह प्रस्ताव दिया गया है कि यदि प्रशासन नहीं चाहता है कि वह इस दरमियान घर से बाहर निकले तो वह घर से बाहर नहीं निकलेंगे। पप्पू यादव ने लिखित कॉपी भी कोतवाली DSP को सौंपी। लेकिन DSP सुरेश कुमार ने ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और उन्हें गांधी मैदान थाना लेकर गई।
गौरतलब है कि पप्पू यादव लगातार कोरोना काल में अस्पताल, श्मशान और अलग-अलग जिलों में घूमकर कोरोना पीड़ितों की मदद कर रहे थे। सरकार के काम पर सवाल उठा रहे थे। पिछले दिनों छपरा पहुंचकर पप्पू यादव ने BJP सांसद राजीव प्रताप रूडी के आवास पर 2 दर्जन से अधिक एंबुलेंस ढंक कर रखे जाने का मामला उठाया था। जो काफी सुर्खियों में रहा था। पप्पू यादव ने राजीव प्रताप रूडी पर केस दर्ज करने की मांग की थी। बाद में छपरा में पप्पू यादव पर केस दर्ज हुआ। इसके बाद पटना में भी कोरोना गाइडलाइन को लेकर पप्पू यादव पर FIR दर्ज किया गया। इसके बाद मंगलवार सुबह उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। पप्पू यादव पर पहले से भी कई केस चल रहे हैं।
पप्पू यादव को पुलिस गांधी मैदान थाना लेकर पहुंची जहां उनसे पूछताछ की जा रही है। इधर गांधी मैदान थाना के बाहर पप्पू यादव के समर्थक धरना पर बैठ गये है। पप्पू यादव के समर्थकों का कहना है कि सारण के सांसद राजीव प्रताप रूडी को सरकार बचा रही है। और जिसने एम्बुलेंस का पर्दाफाश किया उस पर कार्रवाई की जा रही है। इसे लेकर पप्पू समर्थकों में खासा आक्रोश देखा जा रहा है। जाप नेता प्रेमचंद सिंह ने बताया कि यह एम्बुेंस मामले का साइड इफेक्ट है। पप्पू यादव को जान से मारने की साजिश की जा रही है। उनकी कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आई है लेकिन ऐसी संभावना है कि कभी भी रिपोर्ट को पॉजिटिव बताकर कोविड के बहाने जान ली जा सकती है। आम लोगों को भी सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरना चाहिए और सरकार को बेनकाब करना चाहिए। प्रेमचंद्र सिंह ने कहा कि सरकार का मंसूबा कभी पूरा नहीं होगा। उन्होंने सरकार से बाइज्जत रिहा करने की मांग की।
पप्पू यादव के समर्थन में आरजेडी भी सामने आई है। आरजेडी नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि "जो सच्ची आवाज को रोके वो दीवार गिरेगी काले कानूनों की जननी ये सरकार भी गिरेगी" मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि सरकार के खिलाफ जो आवाज उठाते है उन पर कार्रवाई की जाती है। ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया जाता है। कोरोना काल में सरकार नाकाम साबित हो रही है। चारों ओर कोरोना को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। जनता भगवान के भरोसे है। सरकार अपनी नाकामी को छुपाने के लिए इस तरह की कार्रवाई कर रही है। तेजस्वी यादव भी लगातार सरकार को घेरने का काम कर रहे हैं। राजद नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि जो सरकार के खिलाफ आवाज उठाते है उस पर सरकार कार्रवाई कर आवाज को दबाने का काम कर रही है।