US Attacks Iran: ईरान-इजरायल जंग में कूदा अमेरिका, 3 परमाणु साइट्स पर बरसाए बंकर बस्टर बम Tejas MK1A: भारतीय वायुसेना में जल्द शामिल होगा 'देशी राफेल', खूबी जान अमेरिकी वैज्ञानिक भी हुए हैरान INDvsENG: रुट ने तोड़ डाला सचिन का रिकॉर्ड, जयसूर्या भी छूटे पीछे Bihar News: रायगढ़ में बिहार के युवक ने समाप्त की जीवन लीला, व्यवसायी के घर करता था रसोइए का काम Bihar News: शराब तस्कर को 5 साल की सजा और 1 लाख का जुर्माना, विशेष अदालत का ऐतिहासिक फैसला Bihar Crime News: गोपालगंज में पुलिस टीम पर हमला, SI समेत 7 जख्मी Bihar Crime News: सिवान में युवक को दौड़ा-दौड़ाकर मारी गोली, हालत गंभीर Bihar Weather: आज इन जिलों में बारिश मचाएगी तबाही, IMD की लोगों से सतर्क रहने की अपील नीतीश सरकार ने अपराधियों पर कसी नकेल, मोतिहारी के कुख्यात राहुल सिंह की 2 करोड़ से अधिक की संपत्ति होगी जब्त कटिहार का चोर गिरोह जमुई में सक्रिय, चकाई पुलिस ने फिल्मी अंदाज़ में एक घंटे में किया 5 लाख की चोरी का खुलासा
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 26 Oct 2023 05:20:47 PM IST
- फ़ोटो
DELHI: पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में TMC सांसद महुआ मोइत्रा की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। संसद की एथिक्स कमेटी ने महुआ को समन भेजा है और पूछताछ के लिए आगामी 31 अक्टूबर को बुलाया है। बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे और वकील जय अनंत देहाद्रई से पूछताछ के बाद कमेटी ने महुआ से भी पूछताछ करने का फैसला लिया है।
कैश फॉर क्वेरी मामले में एथिक्स कमेटी ने बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे और वकील जय अनंत देहाद्रई को पूछताछ के लिए बुलाया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए कमेटी अब महुआ मोइत्रा से भी पूछताछ करेगी। कमेटी ने दर्शन हीरानंदानी, महुआ मोइत्रा और वकील जय अनंत देहाद्रई के बीच हुई बातचीत का पता लगाने के लिए इनकम टैक्स और गृह मंत्रालय को भी पत्र भेजा है।
एथिक्स कमेटी के अध्यक्ष सोनकर ने कहा है कि यह शर्मनाक है कि एक सांसद ने निजी सुविधाओं का दुरुपयोग किया, इतनी शर्मनाक हरकत एक सांसद करेगा, यह उम्मीद नहीं थी। एथिक्स कमेटी विदेश मंत्रालय से भी इस पूरे मामले में जानकारी मांग सकता है।
बता दें कि निशिकांत दुबे ने टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा पर आरोप लगाया था कि लोकसभा में बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी की ओर से सवाल पूछने के लिए महुआ उनसे पैसे लेती हैं। उनका कहना है कि महुआ जानबूझ कर पैसे के बदले अडानी ग्रुप और पीएम मोदी को निशाना बनाती हैं। एथिक्स कमेटी इस पूरे मामले की जांच कर रही है।