PATNA : नीतीश सरकार के एक फरमान को लेकर बीजेपी एमएलसी नवल किशोर यादव ने अपनी ही सरकार के खिलाफ भड़क गये हैं. नवल किशोर ने शराबबंदी को लेकर शिक्षकों को दिए गए आदेश के खिलाफ अपनी ही सरकार पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि अब तक शिक्षकों को 17 से 18 काम पहले से दे रखे हैं. और अब एक काम और थोप दिया है.
पहले से ही उन पर हाथी, बोरा बेचने और चावल दाल खरीदने का काम, खुले में शौच कर रहे लोगों का फोटो खींचने का काम दिया हुआ है. अब, शिक्षकों को शराबियों पर नजर रखने को कहा गया है, यह क्या मजाक चल रहा है. शिक्षक अब शराब माफियाओं को पकड़ेगी, यही काम रह गया है. बिहार सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि पुलिस की छुट्टी कर दीजिए. अपराधियों को भी पकड़ने का भी काम शिक्षक को ही दे दीजिए. थानों में पुलिस की जगह शिक्षकों को लगा दीजिये.
नवल किशोर ने कहा कि जब ऐसे आदेश पर सवाल उठाया जाता है तो कहते हैं कि शिक्षक समाज के प्रबुद्ध लोग है वह ये काम अच्छे से कर सकते हैं. तो क्या प्रबुद्ध लोग अंडा और बोरा बेचेंगे. नैपकिन और दवाई बाँटेंगे. इतना ही प्रबुद्ध हैं तो उनकी पोस्टिंग थानों पर कर दीजिये. बिहार में अधिकारी घूस भी खूब लेते हैं. उनका विडियो बनाने और उनको पकड़ने का काम भी शिक्षकों को ही दे देना चाहिए.
बीजेपी एमएलसी यहीं नहीं रूके. उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में बालू माफियाओं को पकड़ने की जिम्मेवारी भी शिक्षकों को ही दे दी नहीं चाहिए. उन्होंने कहा कि बिहार में पढ़ाने के अलावा पूरा काम शिक्षक ही करते हैं. शिक्षकों को कभी चुनाव में ड्यूटी लगा दिया जाता है तो कभी लोगों की गणना करने में लगा दिया जाता है. कभी यह फरमान नहीं जारी किया जाता कि पढ़ाई अच्छे से की जाये.पढ़ाई के अलावा जितने काम हैं, सभी काम शिक्षकों से ही करवाए जा रहे हैं.