DELHI: AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बिहार के सासाराम और बिहारशरीफ में हुए दंगे के लिए नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की सरकार को जिम्मेवार करार दिया है. ओवैसी ने कहा कि नीतीश कुमार के इफ्तार पार्टी में जाकर टोपी औऱ शॉल पहन लेने से उनका दोष नहीं छिप जायेगा. दंगों को लेकर ट्विट कर रहे तेजस्वी यादव और उनके चचा ने क्यों नहीं बिहारशरीफ और सासाराम जाकर वहां के लोगों का हाल जाना.
असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि बिहार में हुए दंगे पूरी तरह से राज्य सरकार की नाकामी है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के होम डिस्ट्रिक्ट नालंदा में दंगे हुए हैं. सरकार को मालूम था कि वह संवेदनशील जगह है. उसके पास इंटेलिजेंस रिपोर्ट थी. इससे पहले 2016 में भी नालंदा में हिंसा हुई थी. लेकिन सरकार ने इस दफे कोई एक्शन नहीं लिया. ओवैसी ने आरोप लगाया कि बिहारशरीफ में 100 साल पुराने मदरसा को जला दिया गया, मस्जिद की मीनार को क्षतिग्रस्त कर दिया हया.
नीतीश को कोई तकलीफ नहीं
उन्होंने कहा कि किसी राज्य में शांति बनाये रखना राज्य सरकार की जिम्मेवारी होती है. बिहार में जो कुछ हुआ उसके लिए राज्य सरकार दोषी है. लेकिन नीतीश कुमार को कोई तकलीफ नहीं है. वे कल इफ्तार पार्टी में चले गये. वहां टोपी पहन लिया, शॉल पहन लिया. लेकिन एक शब्द भी अफसोस नहीं जताया.
ओवैसी ने कहा कि तेजस्वी यादव ने भी कुछ बोल ही नहीं. तेजस्वी यादव ने कहा कि ट्वीट कर दिया. मुंह से एक शब्द क्यों नहीं बोला. क्यों नहीं आप और आपके चचा घटनास्थल पर गये. क्यों नहीं उन पुलिसवालों पर एक्शन लिया जिनकी मौजदूगी में हिंसा हुई. ये पूरी तरह से राज्य सरकार की नाकामी है. बीजेपी चाहती है इस तरह की हिंसा कराकर हिन्दू वोटरों का ध्रुवीकरण कराया जाये. वहीं, नीतीश-तेजस्वी चाहते हैं कि मुसलमानों में खौफ पैदा करके उनका वोट हासिल किया जाये.