बिहार विधानसभा का विशेष सत्र बुलाए जाने की संभावना, डीएम ने पदाधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टी की रद्द बिहार-झारखंड बॉर्डर के कई गांव में हाथियों का आतंक: 22 हाथियों के झुंड ने पहुंचाया फसलों को भारी नुकसान Bihar News: बिहार में पर्यटकों को अब यह विशेष सुविधा देगी सरकार, आजादी के साथ मिलेगा शानदार VVIP ट्रीटमेंट 200 रुपये देकर पप्पू यादव ने बच्चे से लगवाये नारे, मासूम बोला-पप्पू सर जिंदाबाद, पप्पू यादव जिंदाबाद Bihar News: बिहार के हजारों शिक्षकों को नए साल से पहले सरकार का गिफ्ट, होने जा रहा यह बड़ा काम 23 नवंबर को सहरसा से अमृतसर के लिए स्पेशल ट्रेन चलेगी, रेलवे ने जारी किया पूरा रूट और टाइमिंग सरकार बनने के बाद 25 नवंबर को नीतीश कैबिनेट की पहली बैठक, बड़े फैसलों की उम्मीद Bihar Minister List: सीएम सहित सभी मंत्रियों के बीच बंट गया विभाग, मंत्रिमंडल सचिवालय ने जारी की अधिसूचना Bihar News: बिहार में 'कैरावैन' से करिए सैर....एक सितारा होटल जैसी मिलेगी सुविधा, 75 KM के लिए लगेंगे इतने हजार रू,जानें.... मिथिला विश्वविद्यालय दीक्षांत समारोह में हंगामा: भ्रष्टाचार के खिलाफ छात्रों का उग्र प्रदर्शन, कई हिरासत में
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 17 Dec 2024 07:02:39 PM IST
- फ़ोटो
PATNA: बिहार BJP के प्रदेश अध्यक्ष एवं राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री डॉ. दिलीप जायसवाल ने "एक देश, एक चुनाव" की अवधारणा को राष्ट्रहित में अत्यंत आवश्यक बताया और विस्तार से इसके लाभों और आवश्यकता पर प्रकाश डाला। वन नेशन-वन इलेक्शन को राष्ट्र के विकास के लिए जरूरी कदम और PM मोदी की दूरदर्शी पहल बताया। उन्होंने कहा कि एक देश, एक चुनाव देशहित में एक ऐतिहासिक और आवश्यक कदम है। लोकतंत्र की मजबूती और राष्ट्रीय विकास के लिए यह जरूरी है।
डॉ. दिलीप जायसवाल ने आगे कहा कि देश में बार-बार चुनाव होने के कारण विकास की प्रक्रिया बाधित होती है। बार-बार आदर्श आचार संहिता लागू होने से न केवल प्रशासनिक कार्य रुकते हैं, बल्कि सरकारी योजनाओं का क्रियान्वयन भी प्रभावित होता है। साथ ही, चुनाव प्रक्रिया में खर्च होने वाले धन और समय का सदुपयोग राष्ट्र निर्माण के कार्यों में किया जा सकता है।
"एक देश, एक चुनाव" के प्रमुख लाभ को गिनाते हुए डॉ जायसवाल ने कहा कि बार-बार चुनाव कराने से सरकार और निर्वाचन आयोग पर भारी आर्थिक बोझ पड़ता है। "एक देश, एक चुनाव" से देशभर में चुनाव एक ही समय पर संपन्न होंगे, जिससे समय और पैसे की बचत होगी।
बार-बार चुनाव के कारण सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में देरी होती है। एक ही समय पर चुनाव होने से आचार संहिता बार-बार लागू नहीं होगी और सरकारें बिना किसी रुकावट के विकास कार्यों पर ध्यान केंद्रित कर पाएंगी। चुनाव के दौरान बड़ी संख्या में सरकारी कर्मचारियों और सुरक्षा बलों को तैनात किया जाता है, जिससे नियमित प्रशासनिक कार्य बाधित होते हैं। "एक देश, एक चुनाव" से प्रशासनिक कार्यों में स्थिरता आएगी।
बार-बार चुनाव होने से राजनीतिक दलों और नेताओं का ध्यान विकास कार्यों से हटकर चुनावी राजनीति में लगा रहता है। "एक देश, एक चुनाव" से इस राजनीतिक अस्थिरता को समाप्त किया जा सकता है। एक ही समय पर चुनाव होने से जनता को बार-बार मतदान की प्रक्रिया से गुजरना नहीं पड़ेगा, जिससे उनकी भागीदारी में उत्साह और विश्वास बना रहेगा।
डॉ. दिलीप जायसवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में "एक देश, एक चुनाव" को साकार करने के लिए गंभीर प्रयास किए जा रहे हैं। यह एक दूरदर्शी पहल है, जो भारत को एक सशक्त लोकतांत्रिक राष्ट्र बनाने में सहायक सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कि यह समय की मांग है कि सभी राजनीतिक दल अपने मतभेदों को छोड़कर राष्ट्रहित में इस पहल का समर्थन करें।
डॉ. जायसवाल ने सभी राजनीतिक दलों, सामाजिक संगठनों और नागरिकों से अपील की कि वे "एक देश, एक चुनाव" के इस ऐतिहासिक कदम का समर्थन करें। उन्होंने कहा कि यह केवल एक राजनीतिक सुधार नहीं है, बल्कि यह भारत के लोकतंत्र को और अधिक सशक्त और प्रभावी बनाने का मार्ग प्रशस्त करेगा।