अफसरों को रोज गाली देने वाले मंत्री को अफसरशाही से पाला पड़ा: एक घंटे तक SSP को फोन लगाते रहे, रिसीव ही नहीं किया

अफसरों को रोज गाली देने वाले मंत्री को अफसरशाही से पाला पड़ा: एक घंटे तक SSP को फोन लगाते रहे, रिसीव ही नहीं किया

PATNA: पांच दिन पहले की बात है, बिहार के सहकारिता मंत्री सुरेंद्र यादव का बयान सामने आया था. सुरेंद्र यादव ने कहा था कि वे रोज कम से कम दो अफसरों को गाली देते हैं. उनकी डिक्शनरी में जितनी गाली है, उतनी गाली अधिकारियों को देते हैं. लेकिन आज मंत्री सुरेंद्र यादव को अफसरशाही से पाला पड़ गया।


राजद के प्रदेश कार्यालय में अपनी पार्टी के नेताओं-कार्यकर्ताओं औऱ मीडिया के सामने सुरेंद्र यादव लगातार करीब एक घंटे तक एसएसपी को फोन लगाते रहे, लेकिन उनका फोन रिसीव ही नहीं किया गया. सुरेंद्र यादव अब कह रहे हैं कि जब मेरा ही फोन रिसीव नहीं किया जा रहा है तो आम लोगों के साथ क्या होता है।


सुरेंद्र यादव को हैसियत का अंदाजा हुआ

दरअसल राजद के प्रदेश कार्यालय में जनसुनवाई कार्यक्रम होता है. इसमें राजद के मंत्री पार्टी दफ्तर में आकर कार्यकर्ताओं की शिकायतें सुनते हैं. दरभंगा से एक राजद कार्यकर्ता ने आज मंत्री सुरेंद्र यादव के पास गुहार लगायी. राजद कार्यकर्ता ने कहा कि वह अपने गांव में समाजवादी नेता स्व. शरद यादव की प्रतिमा लगाना चाहता है. उसने अपने गांव में शरद यादव के नाम का गेट भी बनवाया है. शरद यादव की प्रतिमा बनकर तैयार है. उसका उद्घाटन डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से कराना है.


दरभंगा से आये राजद कार्यकर्ता ने शिकायत की कि उसने शरद यादव की मूर्ति बनवा ली है. लेकिन अक्सर कुछ असामाजिक तत्व आकर मूर्ति को तोड़ देते हैं. उसने पुलिस में शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. राजद के कार्यकर्ता की शिकायत सुनने के बाद मंत्री सुरेंद्र यादव ने दरभंगा के एसएसपी को फोन लगाया. मीडिया के सामने मंत्री ने दर्जनों बार एसएसपी को फोन लगाया लेकिन दरभंगा के एसएसपी ने उनका फोन ही रिसीव नहीं किया. अफसरों को रोज गाली देने वाले मंत्री को एसएसपी ने हैसियत बता दिया.


इस वाकये के बाद मीडिया से बात करते हुए मंत्री सुरेंद्र यादव ने कहा कि जब उनका फोन नहीं उठाया जा रहा है तो आम लोगों के साथ क्या होता होगा. सुरेंद्र यादव ने कहा कि वे वरीय अधिकारियों से इसकी शिकायत करेंगे. लेकिन मंत्री सुरेंद्र यादव एसएसपी को गाली देने की हिम्मत नहीं जुटा पाये. 


वैसे ये पहला वाकया नहीं है जब मंत्री का फोन किसी अफसर ने नहीं उठाया हो. इससे पहले राजद कार्यालय से शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर डीएम को फोन लगाते रह गये लेकिन डीएम ने उनसे बात नहीं की थी.