नवम्बर में होने वाली शादी जुलाई में हो गयी, दूल्हे की जिद्द के कारण 4 महीने पहले हो गयी शादी

नवम्बर में होने वाली शादी जुलाई में हो गयी, दूल्हे की जिद्द के कारण 4 महीने पहले हो गयी शादी

JAMUI: नवम्बर में होने वाली शादी जुलाई में ही हो गयी। यह सुनकर आप भी हैरान हो गये होंगे कि आखिर यह माजरा है क्या? दरअसल हम बात  बिहार के जमुई जिले में हुई अनोखी शादी की कर रहे हैं। जहां इस शादी की चर्चा पूरे इलाके में हो रही है। वैसे तो लड़का और लड़की वालों ने शादी का डेट नवम्बर महीने में रखा था और शादी की तैयारी में भी जुटे हुए थे। शादी के लिए अभी से ही शॉपिंग भी की जा रही थी। दोनों पक्ष यह सोचकर चल रहे थे कि नवम्बर से पहले शादी की तैयारी अच्छे तरीके हो जाएगी तब कोई प्रोब्लम नहीं होगी। परिवार वाले धूमधाम के साथ शादी की सोच रहे थे लेकिन लड़के ने उनके सारे सपने को तहस नहस कर दिया।


जमुई के टाउन थाना क्षेत्र के नारडीह निवासी शंभू ठाकुर के बेटे विकास की शादी सिकंदरा के जखड़ा गांव के रहने वाले केदार ठाकुर की बेटी ज्योति के साथ तय हुई थी। दोनों पक्षों की रजामंदी से तय यह शादी चार महीने बाद नवम्बर में तय हुई थी। शादी ठीक होने के बाद विकास और ज्योति घंटों फोन पर बाते किया करते थे। इस दौरान दोनों के बीच इतनी नजदीकियां बढ़ी की नवम्बर में लड़की के घर बारात लेकर जाने वाला दूल्हा चार महीने पहले ही बिना बाराती के पहुंच गया और शादी की जिद करने लगा। 


खुद को बालिग बताते हुए लड़की के माता-पिता से लड़के ने कहा कि मुझे ज्योति से आज ही शादी करनी है। अब हम चार महीने तक इंतजार नहीं कर सकते। लड़के के जिद्द के सामने लड़की वालों को झुकना पड़ गया। आनन फानन में दोनों की शादी करायी गयी। यह शादी पूरे पंचायत और गांव के लोगों के सामने करवाई गयी। इस दौरान लड़के के परिवारवालों को भी सूचना दी गयी लेकिन वे इस शादी में शामिल नहीं हुए। लड़के वालों ने कहा कि उनका भी अरमान था कि धूमधाम से बेटे की शादी करें लेकिन बेटे ने सारे अरमान पर पानी फेरने का काम किया है। इसलिए हम इस शादी में शामिल नहीं हुए हैं। 


उधर भरी पंचायत के सामने विकास ने ज्योति की मांग में सिंदूर भरा और अग्नि के सात फेरे लिए। इस तरह दोनों की शादी संपन्न हो गयी। इस शादी की चर्चा पूरे इलाके में हो रही है। कुछ लोग इसे सही तो कुछ इसे गलत भी मान रहे हैं। लोगों का कहना था चार महीन बाद ही यह शादी होती तो क्या हो जाता। उस समय का उमंग कुछ और रहता। परिवार के सभी सदस्य इस शादी में तो जरूर शामिल होते। आज हुई शादी में लड़का पक्ष से कोई मौजूद  नहीं था। यदि दोनों पक्ष के लोग मौजूद रहते तो ज्यादा अच्छा रहता। खैर अब ज्योति और विकास पति-पत्नी हो गये हैं। दोनों नवदंपति को मौके पर मौजूद लोगों ने आशीर्वाद दिया और गृहस्थ जीवन की खुशहाली की कामना की।