PATNA : नियोजित शिक्षकों की लड़ाई लड़ रहे बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ का तीन दिवसीय विशाल धरना प्रदर्शन आज संपन्न हुआ. संघ के नेताओं ने कहा कि नियोजित शिक्षकों की लड़ाई जारी रहेगी. नियोजित शिक्षकों, पुस्तकालयाध्यक्षों और सरकारी संस्थानों के प्रति सरकार के उदासीनता के खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा.
समान वेतनमान के साथ समान शिक्षा की भी लड़ाई लड़ रहा बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ संघर्ष जारी रहेगा. शिक्षक संघ के अध्यक्ष और विधान पार्षद केदारनाथ पांडेय ने कहा कि सरकार दलित, शोषित और गरीब के बच्चों को बेहतर शिक्षा से महरुम रखना चाहती है. संघ समान वेतनमान के साथ-साथ समान शिक्षा की भी लड़ाई लड़ रहा है. नियोजित शिक्षकों और पुस्तकालयाध्यक्षों के चार सालों से लंबित सेवा शर्त नियमावली के निर्धारण मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद भी सातवां वेतन आयोग की अनुशंसा लागू करने सहित तीन सूत्री मांगों को लेकर शिक्षक संघ तीन दिनों तक विशाल प्रदर्शन हुआ लेकिन यह लड़ाई आगे भी जारी रहेगी. समान वेतनमान और समान सेवाशर्त की लड़ाई टीचर जरूर जीतेंगे.
धरना प्रदर्शन में माध्यमिक शिक्षक के संघीय पदाधिकारियों ने अपने साथियों के लिए आवाज बुलंद की. शिक्षक संघ ने कहा कि सरकार के टालमटोल नीति का विरोध करने के लिए संघ जल्द ही आंदोलनात्मक कार्यक्रमों की घोषणा करेगा. अगले महीने संघ की राज्यकार्य समिति की बैठक होगी. जिसमें आगे के आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी.
राजधानी के गर्दनीबाग स्थित धरना स्थल पर प्रदर्शन के आखिरी दिन पटना, मगध, सारण प्रमंडल के कई जिलों के हजारों शिक्षक और पुस्तकालयाध्यक्ष शामिल हुए. शिक्षकों ने अपनी तीन सूत्री मांगों को रखते हुए कहा कि सरकार नियोजित शिक्षकों को प्रताड़ित कर रही है. उनकी मांगों को हमेशा दरकिनार करती रहती है क्योंकि सरकार नहीं चाहती कि राज्य की सरकारी शिक्षा व्यवस्था सुदृढ़ हो. धरना कार्यक्रम की अध्यक्षता संघ के उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने की. संचालन संघ के शैक्षिक परिषद के सचिव शशिभूषण दूबे द्वारा किया गया.