नियोजन नीति के खिलाफ फिर से झारखंड बंद का एलान, सीएम आवास के घेराव से शुरू होगा तीन दिवसीय आंदोलन

नियोजन नीति के खिलाफ फिर से झारखंड बंद का एलान, सीएम आवास के घेराव से शुरू होगा तीन दिवसीय आंदोलन

RANCHI : झारखंड में नियोजन नीति के खिलाफ एक बार फिर से स्टूडेंटों ने झारखंड बंद का एलान किया है। यह बंद झारखंड स्टेट स्टूडेंट्स यूनियन के बैनर तले बुलाया गया है। स्टूडेंट का यह आंदोलन  17 अप्रैल से  शुरू हो जायेगा। जहां सबसे पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आवास का घेराव करेंगे। उसके बाद 18 अप्रैल को रांची में मशाल जुलूस निकाला जायेगा और फिर 19 अप्रैल को झारखंड बंद किया जायेगा। 


मिली जानकारी के अनुसार, छात्रों के इस आंदोलन को राज्य के सभी 24 जिलों के छात्र संगठनों का समर्थन प्राप्त है। ऐसा बताया जा रहा है कि, छात्रों का यह आंदोलन काफी व्यापक हो सकता है। तभी छात्रों द्वारा राज्य में सभी  24 जिलों में बंद बुलाया गया है। सीएम हेमंत सोरने के आवास का घेराव करने के लिए सभी 24 जिलों के विद्यार्थी रांची आयेंगे। 


मालूम हो कि, इससे पहले 10 अप्रैल को  झारखंड बंद बुलाया गया था। यह बंद भी झारखंड यूथ एसोसिएशन और झारखंड स्टेट स्टूडेंट यूनियन के बैनर तले किया गया था। इस दौरान नियोजन नीति और बेरोजगारी के खिलाफ छात्र संगठनों ने रांची यूनिवर्सिटी से लेकर अल्बर्ट एक्का चौक तक मशाल जुलूस भी निकाला था। 


आपको बताते चलें कि, बंद बुलाने वाले संगठनों में झारखंड यूथ एसोसिएशन के साथ साथ झारखंड उलगुलान मार्च, पंचपरगना फाइटर, आदिवासी छात्र संघ, आमया और आदिवासी मूलवासी संगठनों का नाम भी शामिल है। छात्रों का कहना है कि,  हेमंत सरकार में लूट जारी है 60/40 वाली नियोजन नीति के आधार पर सरकार बहाली निकाल रही है ताकि झारखंड के बाहर के ज्यादा लोगों को झारखंड में नौकरी मिल सके। खतियान आधारित स्थानीय-नियोजन नीति की मांग को लेकर आंदोलन भी किया जा रहा है। लेकिन हेमंत सरकार झारखंड के लोगों का भला नहीं चाह रही है।