ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar News: बिहार में राजस्व महा–अभियान के तीसरे चरण को लेकर समीक्षा बैठक, अपर मुख्य सचिव और सचिव ने दिए ये निर्देश Bihar News: बिहार में राजस्व महा–अभियान के तीसरे चरण को लेकर समीक्षा बैठक, अपर मुख्य सचिव और सचिव ने दिए ये निर्देश सुमित सिंह हत्याकांड: राजद नेता रामबाबू सिंह ने राजपूत महापंचायत के आंदोलन को दिया समर्थन बड़हरा से अजय सिंह की पहल पर अयोध्या के लिए रवाना हुआ 15वां जत्था, अब तक 2700 श्रद्धालु कर चुके रामलला के दर्शन BPSC PT Exam: 71वीं BPSC प्रारंभिक परीक्षा को लेकर कटिहार जिला प्रशासन ने कसी कमर, तैयारियों की हुई समीक्षा BPSC PT Exam: 71वीं BPSC प्रारंभिक परीक्षा को लेकर कटिहार जिला प्रशासन ने कसी कमर, तैयारियों की हुई समीक्षा Bihar Crime News: बिहार में पैक्स अध्यक्ष की संदिग्ध हालात में मौत, परिजनों ने जताई हत्या की आशंका; शक के घेरे में छोटा भाई Bihar Crime News: बिहार में पैक्स अध्यक्ष की संदिग्ध हालात में मौत, परिजनों ने जताई हत्या की आशंका; शक के घेरे में छोटा भाई Bihar News: बिहार में गड़बड़ी करने वाले PDS दुकानदारों के खिलाफ होगा एक्शन, सरकार ने जारी किया आदेश Bihar News: बिहार में गड़बड़ी करने वाले PDS दुकानदारों के खिलाफ होगा एक्शन, सरकार ने जारी किया आदेश

Human Rights Commission: आसरा गृह मौत मामले में बिहार सरकार के मुख्य सचिव को नोटिस, दो सप्ताह के अंदर देनी होगी पूरी रिपोर्ट

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 22 Nov 2024 07:16:53 AM IST

Human Rights Commission: आसरा गृह मौत मामले में बिहार सरकार के मुख्य सचिव को नोटिस, दो सप्ताह के अंदर देनी होगी पूरी रिपोर्ट

- फ़ोटो

PATNA : राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने पटेल नगर स्थित आसरा गृह में फूड प्वाइजनिंग से तीन लड़कियों की मौत पर खुद से संज्ञान लिया है। इसके बाद आयोग ने राज्य के मुख्य सचिव को नोटिस जारी कर दो सप्ताह में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। 


इस मामले में आयोग का कहना है कि मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 7 से 11 नंबर के बीच पटेल नगर इलाके में मानसिक रूप से बीमार और निराश्रित महिलाओं के लिए एक आश्रय गृह की तरह लड़कियां बीमार पड़ गई। इनमें से तीन की संदिग्ध फूड पॉइजनिंग के कारण मुक्त हो गई।


बताया गया की रात का खाना खाने के बाद लड़कियों ने उल्टी और दस्त की शिकायत की उसके बाद उन्हें पीएमसीएच में भर्ती कराया गया कथित तौर पर आश्रय को बिहार सरकार के दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण निदेशालय द्वारा वित्त पोषित किया जाता है।  मानव अधिकारों के उल्लंघन का गंभीर मुद्दा उठाती है। लड़कियों के वैध संरक्षक के रूप में आश्रय गृह के अधिकारी उचित देखभाल प्रदान करने के लिए जिम्मेदार हैं।


आयोग का कहना है की रिपोर्ट बताता है की पीड़ित  के स्वास्थ्य की स्थिति भी सही नहीं है। आयोग यह भी जानना चाहेगा कि क्या प्रशासन द्वारा पीड़ित  को या उनके परिवारों को कोई मुआवजा दिया गया? यही नहीं 14 नवंबर 2024 को की गई मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आश्रम ग्रह के निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने पाया क्यों वहां रहने वाले लोग स स्वच्छ परिस्थितियों में रह रहे थे आश्रय गृह में खाना बनाने में भी उचित साफ-सफाई का ध्यान नहीं रखा जा रहा था।