नीतीश–तेजस्वी चुनावी तैयारियों में व्यस्त और बिहार में डेंगू का कहर, अब पटना में सफाईकर्मी हड़ताल पर गए

नीतीश–तेजस्वी चुनावी तैयारियों में व्यस्त और बिहार में डेंगू का कहर, अब पटना में सफाईकर्मी हड़ताल पर गए

PATNA : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इस बात की चिंता है कि देश में जल्द लोकसभा चुनाव कराए जा सकते हैं। नीतीश कुमार 23 और 24 सितंबर को अपनी पार्टी के नेताओं के साथ चुनावी समीक्षा बैठक करने जा रहे हैं। डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी अगले तीन दिनों तक पर्यटन विभाग के कार्यक्रम में बीजी है और उसके बाद  अक्टूबर और नवंबर के महीने में बिहार के 38 जिलों का दौरा करेंगे।  उनकी पार्टी आरजेडी भी हर स्तर पर चुनावी तैयारी में जुड़ी हुई है।  लेकिन सरकार में रहने के बावजूद और नीतीश और तेजस्वी बिहार में फैले डेंगू को लेकर क्या कर रहे हैं इसपर सवाल है?


बिहार इस वक्त डेंगू की चपेट में है हर दिन राज्य में डेंगू से लोगों की मौत हो रही है। पटना और भागलपुर जैसे शहरों में डेंगू महामारी बन चुकी है लेकिन अब तक मुख्यमंत्री या उप मुख्यमंत्री दोनों में से किसी ने डेंगू को लेकर कोई समीक्षा बैठक नहीं की है। हालांकि प्रशासनिक स्तर पर डेंगू से निपटने के लिए भले ही निर्देश दिए गए हैं। डेंगू से त्राहिमाम कर रहे बिहार की राजधानी पटना में अब यह समस्या और बढ़ाने वाली है क्योंकि आज से पटना के सफाई करनी हड़ताल पर चले गए हैं।


दरअसल, राजधानी पटना में मांगों को लेकर नगर निगम के सफाई कर्मी 21 सितंबर से हड़ताल पर जायेंगे। इसको लेकर एक बार फिर लोगों को परेशानी होगी।बुधवार को नगर निगम के कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया है। नगर निगम के सफाई कर्मी विभिन्न मांगों को लेकर  21 सितंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रहे हैं। 


उनका कहना है कि इस बार पटना में जो भी गंदगी होगी सफाई कर्मियों की हड़ताल के कारण उसके लिए जिम्मेदार नगर निगम के अधिकारी होंगे। ऐसे में इस बरसात के मौसम में शहर में गंदगी  रहने का मतलब साफ़ है कि डेंगू का प्रकोप बढ़ेगा। लेकिन, इसके बाबजूद तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार इसको लेकर कोई एक्शन लेते हुए नजर नहीं आ रहे हैं। 


वहीं, बिहार में डेंगू का डंक चरम पर है। राजधानी समेत राज्य के विभिन्न शहरों और गांवों में डेंगू के रिकॉर्ड मिलते मरीजों की संख्या हर दिन तेजी से बढ़ रही है। अकेले बेगूसराय में बुधवार को सरकारी अस्पताल में 8 व प्राइवेट पैथो लैब में जांच के अनुसार 58 यानी कुल 66 मरीज मिले हैं।  राज्य में 1 से 20 सितंबर तक यानी मात्र 20 दिनों में ही 2824 मरीज मिल चुके हैं। पूरे साल की बात करें तो डेंगू से पीड़ित मरीजों की संख्या 3099 तक पहुंच गई है। जबकि इसका सर्वाधिक प्रकोप पटना और भागलपुर में है। बुधवार को पटना में 105 मरीज समेत राज्यभर में 333 मरीज मिले। 


आपको बताते चलें कि, एम्स पटना - 20, आईजीआईएमएस पटना- 16, पीएमसीएच पटना- 16, एनएमसीएच पटना- 10, एसकेएमसीएच मुजफ्फरपुर- 16, डीएमसीएच दरभंगा- 08, जेएलएनएमसीएच भागलपुर- 115, एएनएमसीएच गया- 25, जीएमसी बेतिया- 03, जीएमसी पूर्णिया- 10, जेएनकेटीएमसीएच मधेपुरा- 04, वीआईएमसी पावापुरी- 31 डेंगू के मरीज भर्ती है।  ऐसे में अब राजधानी में सफाई कर्मी हड़ताल पर जा रहे हैं इसका अर्थ साफ़ है की मरीजों की संख्या घटने के बदले बढ़ने की पूरी संभावना है। लेकिन, इसके बाबजूद राज्य सरकार के सीएम और ड्यूटी सीएम सूद तक नहीं ले रहे हैं।