KOLKATA : नीतीश कुमार को चुनौती देने बिहार आ रहे प्रशांत किशोर को Z श्रेणी की सुरक्षा हासिल हो गयी है. वैसे PK को ये सुरक्षा कवर नीतीश सरकार या केंद्र सरकार ने नहीं दिया है. बल्कि उनसे चुनावी रणनीति तैयार करा रही बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ये दरियादिली दिखायी है.
PK को Z सेक्यूरिटी
अंग्रेजी चैनल टाइम्स नाऊ के मुताबिक ममता बनर्जी की सरकार ने प्रशांत किशोर को अपने राज्य में जेड श्रेणी की सुरक्षा देने का फैसला लिया है. ममता बनर्जी सरकार को ये लग रहा है कि चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की जान को खतरा हो सकता है लिहाजा उन्हें ये सुरक्षा कवर देने का निर्णय किया गया है. अहम बात ये भी है कि प्रशांत किशोर बंगाल में Z श्रेणी की सुरक्षा पाने वाले सिर्फ तीसरे व्यक्ति होंगे. अब तक ममता बनर्जी और उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी को Z प्लस सेक्यूरिटी प्रदान की गयी है.
पूरे तामझाम के साथ चलेंगे प्रशांत किशोर
बंगाल पुलिस से मिल रही जानकारी के मुताबिक प्रशांत किशोर को दो निजी सुरक्षा अधिकारी (PSO) मिलेंगे. सशस्त्र बल के साथ एक एस्कार्ट की गाड़ी उनके साथ चलेगी. वहीं उनके आवास पर स्थानीय तौर पर हाउस गार्ड्स की भी तैनाती की जायेगी. इसके अलावा वे बंगाल में जहां कहीं भी जायेंगे स्थानीय पुलिस उन्हें अतिरिक्त सुरक्षा उपलब्ध करायेगी.
ममता बनर्जी की चुनावी रणनीति बना रहे हैं प्रशांत किशोर
गौरतलब है कि प्रशांत किशोर ममता बनर्जी के लिए चुनावी रणनीति तैयार कर रहे हैं.बंगाल में 2021 में विधानसभा चुनाव होने हैं और ममता बनर्जी को बीजेपी से कड़ी चुनौी मिल रही है. पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने बंगाल की 18 लोकसभा सीटों पर कब्जा कर लिया था. इसके बाद ही ममता बनर्जी ने विधानसभा चुनाव के लिए रणनीति तैयार करने का जिम्मा प्रशांत किशोर को सौंपा था.
ममता बनर्जी की पार्टी TMC और प्रशांत किशोर की संस्था I-PAC के बीच हुए करार के मुताबिक प्रशांत किशोर 2021 में बंगाल में होने वाले नगर निकाय चुनाव के साथ साथ विधानसभा चुनाव की रणनीति तैयार करेंगे. पिछले कई महीने से प्रशांत किशोर बंगाल का दौरा भी कर रहे हैं. कहा जा रहा है कि प्रशांत किशोर की सलाह पर ममता बनर्जी ने अपनी कार्यशैली में ढ़ेर सारा बदलाव भी किया है.
इससे पहले प्रशांत किशोर ने दिल्ली के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के लिए काम किया था. आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की 70 में से 62 सीटों पर कब्जा कर लिया. वहीं 2019 में वे आंध्र प्रदेश में जगन मोहन रेड्डी की पार्टी YSR कांग्रेस के लिए काम कर चुके हैं. जगन मोहन रेड्डी को भी चुनाव में भारी सफलता हासिल हुई थी. प्रशांत किशोर शिवसेना को भी अपनी सेवायें दे रहे हैं. वहीं तमिलनाडु चुनाव के लिए उन्हें DMK ने अभी से ही ठेका दे दिया है.
नीतीश को चुनौती दे रहे हैं प्रशांत किशोर
उधर बिहार की पॉलिटिक्स में प्रशांत किशोर अपना नया ही रुप दिखा रहे हैं. डेढ साल पहले वे जेडीयू में शामिल हुए थे. जिसके बाद नीतीश कुमार ने उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया था. लेकिन पिछले महीने नीतीश कुमार और प्रशांत किशोर के बीच रिश्ते बेहद तल्ख हो गये. नीतीश ने कहा था कि बीजेपी के अमित शाह के कहने पर उन्होंने प्रशांत किशोर को अपनी पार्टी में शामिल किया था. इसके बाद प्रशांत किशोर ने नीतीश को झूठा और नीचा प्रवृति का नेता करार दिया था. इस वाकये के बाद प्रशांत किशोर को जेडीयू से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था.
प्रशांत किशोर ने ये एलान किया था कि वे बिहार आकर नीतीश कुमार को जवाब देंगे. कल वे पटना आ रहे हैं. प्रशांत किशोर के पटना आने से पहले उनकी संस्था I-PAC ने ढ़ेर सारी सियासी तैयारी की है. I-PAC ने मुहिम चलाकर बिहार के युवाओं को अपने साथ जोड़ा है. माना ये जा रहा है कि प्रशांत किशोर चुनावी रणनीतिकार के बदले अब खुद किंग बनना चाहते हैं. अपनी सियासी महत्वाकांक्षा को पूरा करने की शुरूआत वे बिहार से कर रहे हैं,. प्रशात किशोर मूल रूप से बिहार के बक्सर के ही रहने वाले हैं.