नीतीश पर चिराग का अटैक : विपक्षी एकता को फेल करने में लगे हैं नीतीश,नहीं है किसी पर भरोसा

नीतीश पर चिराग का अटैक : विपक्षी एकता को फेल करने में लगे हैं नीतीश,नहीं है किसी पर भरोसा

PATNA : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भले ही विपक्षी एकता की बात करते हैं। लेकिन, आए दिन कोई ऐसा ना मामला देखने को मिल जाता है जिसको लेकर उनकी इस मुहिम पर सवाल उठना शुरू हो जाता है। ऐसे में अब राहुल गांधी मामले में उनकी पार्टी की तरफ से जो दूरी बनाई गई है उसको लेकर लोजपा रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने बड़ा हमला बोला है। चिराग पासवान ने कहा है कि, नीतीश कुमार खुद ही विपक्षी एकता की मुहीम को फेल करने में लगे हुए हैं। उनकी तरफ से जो विपक्षी एकता की बात कही जा रही थी वह झूठ साबित हो रही है, उन्हें किसी पर भरोसा ही नहीं होता है। 


दरअसल,चिराग पासवान यह सवाल किया गया कि आज बिहार विधान सभा में राहुल गांधी को सजा मिलने के विरोध में कांग्रेस और सहित महागठबंधन के सभी दल के नेता विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। लेकिन जेडीयू के एक भी नेता उसमें शामिल नहीं थे। क्या जेडीयू एक बार फिर से बीजेपी की तरफ जाना चाह रही है।  जिसके बाद चिराग पासवान ने कहा कि, मुझे से कोई फर्क नहीं पड़ता कि कौन कहां जा रहा है कौन कहा नहीं जा रहा। लेकिन यह जरूर बतलाता है तो विपक्षी एकता की बात जो बार-बार नीतीश कुमार का रहे थे वह विपक्षी एकता अब नहीं है। वह खुद ही आए दिन किसी न किस वजहों से विपक्षी एकता की मुहीम को फेल करते रहते हैं।  उन्हें अब यह पता चल गया है कि, 2024 के चुनाव में नीतीश कुमार कभी भी मोदी को टक्कर नहीं दे सकते। 


इसके अलावा बिहार में बिजली की दरों में हुई बढ़ोतरी को लेकर चिराग पासवान ने कहा कि, जिस राज्य के मुख्यमंत्री यह कहते हैं कि, आप लोग को पता है कितनी महंगी बिजली खरीदनते हैं। इसलिए बिजली का बिल कम नहीं होगा उस राज्य में बिजली का बिल पैड भी जाए तो वहां के मुख्यमंत्री को कुछ भी फर्क नहीं पड़ता। उनका सोचना है कि वह बिहार और बिहार के लोगों को किसी भी तरह का कोई रियायत नहीं देंगे। लेकिन जल्दी उनको इसका नुकसान उठाना पड़ेगा और बिहार के जनता उन्हें जरूर जवाब देगी। 


आपको बताते चलें कि,  बिहार विद्युत विनियामक आयोग ने बिजली दर बढ़ोतरी की मंजूरी दी। विद्युत विनियामक आयोग ने बिजली दर में 24.10 फीसदी की बढ़ोतरी की मंजूरी दी। सरकार की ओर से दी जाने वाली सब्सिडी के आधार पर प्रति यूनिट बिजली दर तय की जाएगी।