PATNA : बिहार की राजनीति करने वाले नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव अब पड़ोसी राज्य झारखंड में भी अपना दमखम दिखाने को नए सिरे से रणनीति बना रहे हैं। तेजस्वी यादव 18 सितंबर को झारखंड के दौरे पर जाने वाले हैं। 2 दिनों के झारखंड दौरे पर तेजस्वी आरजेडी को कैसे पड़ोसी राज्य में मजबूत बनाया जाए इसको लेकर बैठकर करेंगे। तेजस्वी के बाद अब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी अपनी पार्टी जनता दल यूनाइटेड को झारखंड में नए सिरे से खड़ा करने का प्लान तैयार किया है।
सीएम नीतीश के इस प्लान को जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह अमलीजामा पहना रहे हैं। झारखंड में संगठन विस्तार को लेकर जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह ने कल यानी सोमवार को दिल्ली में महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में झारखंड में जेडीयू के नए प्रदेश अध्यक्ष के दावेदारों पर चर्चा की गई। हालांकि इस पर फैसला नहीं हो सका। पार्टी सूत्रों की मानें तो आज झारखंड में जेडीयू के नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर मुहर लग जाएगी। दिल्ली में झारखंड को लेकर हुई महत्वपूर्ण बैठक के पार्टी के राज्यसभा सांसद और उपसभापति हरिवंश के आवास पर हुई। बैठक में ललन सिंह के अलावे पार्टी दूसरे नेता भी शामिल हुए।
राज्यसभा सांसद हरिवंश के आवास पर हुई बैठक में पूर्व मंत्री रामसेवक सिंह के अलावे आफाक अहमद, प्रवीण सिंह, हरि महतो, अजय कुमार, गुलाब महतो भी मौजूद थे। झारखंड में संगठन विस्तार को लेकर मंथन हुआ। यह तय किया गया कि बिहार का पड़ोसी राज्य होने के बावजूद जेडीयू यहां अपना संगठन क्यों नहीं धारदार बना पा रहा है। नए प्रदेश अध्यक्ष का नाम तय होने के बाद उनके कंधों पर संगठन को मजबूत बनाने की जिम्मेदारी होगी। इसके पहले भी जनता दल यूनाइटेड ने बिहार के बाहर अपने संगठन को मजबूत बनाने और चुनाव में उतरने का फैसला किया लेकिन अब तक उम्मीद के मुताबिक सफलता नहीं मिल पाई है। तेजस्वी यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल फिलहाल हेमंत सरकार की भागीदारी है लेकिन जेडीयू का झारखंड में खाता भी नहीं खुला है। अब देखना होगा कि पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी पर किसे बिठाती है।