नीतीश का बड़ा बयान- लालू का हम नोटिस नहीं लेते, जेल में रहता है तब बतियाता है, बाहर भी 'खाली' बतियाता है... जो मर्जी बोलता रहे

नीतीश का बड़ा बयान- लालू का हम नोटिस नहीं लेते, जेल में रहता है तब बतियाता है, बाहर भी 'खाली' बतियाता है... जो मर्जी बोलता रहे

PATNA : बिहार विधानसभा उपचुनाव के लिए अब महज कुछ ही दिन बाकी रह गए हैं. 30 अक्टूबर को तारापुर और कुशेश्वरस्थान सीट पर वोटिंग होने वाली है. मतदान से पहले बिहार का सियासी पारा चढ़ गया है. चुनाव को लेकर प्रचार प्रसार जोरों पर है. बिहार के सीएम नीतीश कुमार भी सोमवार को तारापुर और कुशेश्वरस्थान में चुनाव प्रचार करने पहुंचे. प्रचार के बाद पटना लौटते ही नीतीश ने लालू यादव को लेकर तल्ख़ टिप्पणी कर की. उन्होंने साफ़-साफ़ शब्दों में कहा कि वह लालू यादव का कोई नोटिस नहीं लेते और न ही ऐसे लोगों को वैल्यू देते हैं.


पटना के जय प्रकाश नारायण हवाई अड्डे से बाहर निकलते समय बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने मीडिया से बात की. सीएम नीतीश ने लालू को लेकर एक बड़ा बयान दिया. नीतीश कुमार ने कहा कि " चुनाव में जीत का दावा करने में लोगों का क्या जाता है. ई लोग अंदर (जेल में) रहता है तब बतियाता है. बाहर रहता है तब भी बतियाता है. हमको इनलोगों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देनी. हम जानते हैं कि जब ये राज करते रहे तो क्या करते रहे. सेवा करते रहे ? बोलने का अपना है. बोलते रहना है. जिसको जो मर्जी बोलता रहे, उससे हमको कोई भी मतलब नहीं है. हम कोई भी इम्पोर्टेंस नहीं देते."


लालू को लेकर सीएम नीतीश ने आगे कहा कि "हम तो नोटिस ही नहीं लेते. इन लोगों का तो काम ही है, कुछ-कुछ बोलते रहना. काम तो कभी करना नहीं है. काम से कोई दिलचस्पी नहीं है. सिर्फ जुबान से बोलते रहना है. तो ऐसे लोगों की बात पर हम कभी वैल्यू नहीं देते हैं." जब मीडिया ने नीतीश से कहा कि लालू यादव भी चुनाव प्रचार करने के लिए जाने वाले हैं. इसपर नीतीश ने कहा कि "जाये, खूब जाये. जाना चाहिए. क्या दिक्कत है. जो काम नहीं करे. सिर्फ बोले. तो ऐसे लोगों को खूब पब्लिसिटी मिलती है. पब्लिसिटी के लिए तो लोग बोलबे न करेगा."


बिहार विधानसभा उपचुनाव में दो सीटें जीतकर सरकार गिराने के दावे को लेकर नीतीश ने तेजस्वी पर भी निशाना साधा. सीएम ने कहा कि "चलिए न. ई त जनता न मालिक है. क्या होगा, उसको पता ही चलेगा. हम इन लोगों पर कोई भी प्रतिक्रिया नहीं देंगे." नीतीश ने तेजस्वी के बयान का उपहास उड़ाते हुए कहा कि "पहले तो बहुत अच्छा सड़क था. खूब अच्छा सड़क था. लोग अपने जमाने की बात बताएं कि बाढ़ पीड़ितों को कोई मदद मिलती थी? कुछ होता था पहले? पहले क्या था? बता दें. बिजली कितना बढ़िया था पहले. बताइये 700 मेगावाट था. अभी मात्र 6000-6500 मेगावाट ही बिजली है." हंसते हुए कहा कि "पहले केतना ज्यादा बिजली था. आज केतना कम बिजली है. यही सोच लीजिये. एक से एक लोग हैं."


नीतीश ने कहा कि 'आज एक-एक सड़क का निर्माण ही नहीं बल्कि उसका मेंटेनेंस करना भी हमारा काम है. जानत मालिक है. हम सेवा में विश्वास रखते हैं. अब तक लोगों का क्या रहा है. हम लोगों पर कोई भी कमेंट नहीं करेंगे. मेरे लिए पूरा बिहार एक परिवार है. किस के लिए बयान देना. बोलना या पब्लिसिटी लेना, ये हमारा काम नहीं है."


आपको बता दें कि तारापुर सीट हाट सीट बना हुआ है. जदयू ने यहां 2005 के उम्मीदवार राजीव कुमार सिंह को उतारा है, जबकि राजद, कांग्रेस और लोजपा ने नए चेहरे को मौका दिया है. लोजपा को छोड़कर तीन दलों के प्रत्याशी तारापुर विधानसभा क्षेत्र के ही हैं. स्थानीय होने के कारण समाज के लोग सभी से भलीभांति परिचित हैं. ऐसे में इन सब के बीच मुकाबला बड़ा दिलचस्प होने वाला है.