JAMUI : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर से समाज सुधार अभियान पर निकल चुके हैं. इस दौरान वह पूर्ण नशामुक्ति, दहेज उन्मूलन एवं बाल विवाह मुक्ति जैसे कई कार्यक्रम चला रहे हैं. कल उन्होंने भागलपुर से इसकी शुरुआत की तो आज वह जमुई में हैं. उन्होंने यहां कई जिलों की जीविका दीदियों से संवाद किया. इस दौरान मंच पर शादी का जोड़ा पहने दूल्हा-दुल्हन पहुंच गये, जिन्होंने परिवार के खिलाफ जाकर बिना दहेज़ वाली शादी की है. इस बात का संदेश देने वह शादी के जोड़े में ही मंच पर पहुंच गये. मुख्यमंत्री ने इन जोड़ों को आशीर्वाद भी दिया. और एक लाख रुपये का चेक भी दिया.
जमुई जिले के गिद्धौर से पहुंचे बबिता पासवान और राहुल कुमार मांझी ने आदर्श विवाह की मिसाल पेश की. सीएम के सामने मंच से आकर दोनों ने संदेश दिया. बबिता पासवान और राहुल कुमार मांझी ने बताया कि उन्होंने परिवार वालों के खिलाफ जा कर दहेज़ मुक्त विवाह किया है. पहले तो लड़के की मां ने इसका बहुत विरोध किया और और बबिता को स्वीकार नहीं किया. पर बाद में वह भी मां गई. आज यह दोनों समाज में संदेश दे रहे हैं कि बिना दहेज़ की शादी करें. और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस अभियान को आगे बढ़ाएं. बबिता और राहुल ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का धन्यवाद भी दिया.
इससे पहले भागलपुर की सभा में नीतीश कुमार ने कहा था कि देश में बाल विवाह और दहेज प्रथा को रोकने के लिए कानून बना हुआ है. इसके बावजूद यह कुप्रथा आज भी देखने को मिल जाती है. पहले परिवार के लोग लड़के को ज्यादा और लड़कियों को कम पढ़ाते थे. हमने लड़कियों को उच्च शिक्षा प्रदान करने को लेकर व्यवस्था सुनिश्चित की. समाज में अगर पति-पत्नी नहीं रहते तो हम सबका अस्तित्व नहीं रहता. लड़की नहीं होगी तो लड़के की शादी आप किससे करेंगे. दहेज मुक्त शादी समारोह में ही हमने जाने का निर्णय लिया है. शादी के कार्ड पर दहेज मुक्त शादी की बात लिखी जायेगी तो ही हम उस शादी समारोह में जायेंगे.
बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दीप प्रज्जवलित कर जमुई में आयोजित समाज सुधार अभियान की शुरूआत की. इस दौरान बिहार के डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद,शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ,भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी समेत कई मंत्री विधायक,विधान पार्षद,मुख्य सचिव एवं डीजीपी समेत कई अधिकारी मंच पर मौजुद हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नीरा समेत कई स्टॉल का निरीक्षण भी किया.