दरौंदा में नीतीश के उम्मीदवार की करारी हार पर JDU के विधायक ने जश्न मनाया, निर्दलीय उम्मीदवार की जीत से हुए गदगद

PATNA: सीवान के दरौंदा सीट पर जदयू उम्मीदवार अजय सिंह की करारी हार के बाद उनकी ही पार्टी के विधायक श्याम बहादुर सिंह ने जमकर जश्न मनाया. दरौंदा में नीतीश कुमार की भद्द पिट जाने के बाद उनके विधायक श्याम बहादुर सिंह ने जीत हासिल करने वाले निर्दलीय उम्मीदवार कर्णजीत सिंह उर्फ व्यास सिंह के साथ खुशियां मना रहे थे. जदयू के श्याम बहादुर ही नहीं बल्कि भाजपा से सांसद रह चुके ओम प्रकाश यादव भी निर्दलीय उम्मीदवार की जीत का जश्न मना रहे हैं.

नीतीश की भद्द पिटने पर JDU विधायक का जश्न

जदयू विधायक श्याम बहादुर सिंह की तस्वीरें वायरल हो गयी हैं. वे मतगणना केंद्र के बाहर उप चुनाव में जीत हासिल करने वाले निर्दलीय कर्णवीर सिंह उर्फ व्यास सिंह के साथ V यानि विक्ट्री का चिह्न दिखा रहे हैं. इस तस्वीर में उनके साथ सिवान से दो दफे भाजपा सांसद रह चुके ओमप्रकाश यादव भी नजर आ रहे हैं. श्याम बहादुर सिंह और ओम प्रकाश यादव ने आज व्यास सिंह की जीत के बाद रंग गुलाल भी खेला.

चुनाव में भी जदयू विधायक ने की थी निर्दलीय उम्मीदवार की मदद

कर्णवीर सिंह उर्फ व्यास सिंह भाजपा के पुराने नेता हैं. उन्होंने पार्टी से बगावत करके उप चुनाव लड़ा था. तमाम कोशिशों के बाद वे नहीं माने तो भाजपा ने उन्हें पार्टी से निकाल दिया लेकिन वे चुनाव मैदान में डटे रहे. स्थानीय नेताओं के मुताबिक चुनाव प्रचार के दौरान श्याम बहादुर सिंह ने खुलकर व्यास सिंह की मदद की. नीतीश कुमार के पास खबर पहुंची थी, पार्टी ने उन्हें मनाने की भी कोशिश की लेकिन वे नहीं माने. जानकार बताते हैं कि पत्नी के सांसद बन जाने के बाद अजय सिंह ने एक दिन श्याम बहादुर सिंह के बेटे की बेइज्जती कर दी थी, इसके बाद ही श्याम बहादुर सिंह ने उन्हें सबक सिखाने की ठान ली थी.

भाजपा के सारे कार्यकर्ता अजय सिंह के खिलाफ थे

दरअसल अजय सिंह ने अपने घमंड में सिवान में कभी भाजपा कार्यकर्ताओं-नेताओं की परवाह नहीं की. लोकसभा चुनाव में भाजपा के कारण ही उनकी पत्नी को जीत हासिल हुई लेकिन जीत के बाद उन्होंने बीजेपी कार्यकर्ताओं और नेताओं का कभी नोटिस तक नहीं लिया. नतीजतन भाजपा कार्यकर्ताओं में अजय सिंह के खिलाफ भारी आक्रोश था. उप चुनाव में भाजपा की पूरी टीम व्यास सिंह के लिए काम करने में लगी थी. ओम प्रकाश यादव जैसे नेता तो खुल कर व्यास सिंह के लिए काम कर रहे थे.