नीतीश के सामने सुशासन का पर्दाफाश: छात्रा बोली-अफसर कहते हैं कि छात्रवृति का पैसा सृजन घोटाले में चला गया, मृतकों के परिजनों को मुआवजे में भी घूसखोरी

नीतीश के सामने सुशासन का पर्दाफाश: छात्रा बोली-अफसर कहते हैं कि छात्रवृति का पैसा सृजन घोटाले में चला गया, मृतकों के परिजनों को मुआवजे में भी घूसखोरी

PATNA: सुशासन, करप्शन पर जीरो टॉलरेंस जैसे नारों के सहारे चल रही सरकार के मुखिया नीतीश कुमार के जनता दरबार में उनके सामने ही सारे नारे-दावों की पोल खुल गयी। सीएम को उनके मुंह पर फरियादियों ने बताया कि सूबे में घूसखोरी का क्या हाल है। नीतीश कुमार छात्राओं के लिए प्रोत्साहन राशि का एलान करते हैं लेकिन उनके अफसर कहते हैं कि पैसा तो सृजन घोटाले में चला गया। उधर मृतकों के परिजनों को सरकारी मुआवजा देने में लाखों रूपये की घूस मांगी जा रही है। अपने मुंह पर सुशासन की पोल खुलते देख नीतीश नाराज तो हुए लेकिन असमंजस में ही पड़े रहे कि क्या करें और क्या कहें।


पैसा सृजन घोटाले में चला गया

दरअसल नीतीश कुमार ने फिर जनता दरबार लगाना शुरू किया है. जनता दरबार में बडी जांच-पड़ताल के बाद ही फरियादियों को भेजा जाता है. लेकिन फिर भी सरकार की पोल खुल ही जा रही है. भागलपुर से एक लड़की ने छात्राओं के लिए नीतीश कुमार की घोषणाओं का सच उनके सामने खोल दी.


छात्रा ने बताया कि उसने 2016 में ही मैट्रिक की परीक्षा प्रथम श्रेणी से पास की थी. नीतीश कुमार एलान कर चुके हैं कि जो कोई छात्रा फर्स्ट डिवीजन से मैट्रिक पास कर लेगी उसे सरकार दस हजार रूपये का प्रोत्साहन राशि देगी. नीतीश कुमार की घोषणा के मुताबिक प्रोत्साहन राशि लेने के लिए छात्रा ने कई विभागों के चक्कर लगाये. कहीं से भी पैसा नहीं मिला. जब उसने भागलपुर के शिक्षा विभाग के एक अधिकारी से इसके बारे में पूछा तो अधिकारी ने कहा कि तुम्हारा पैसा सृजन घोटाले में चला गया.


छात्रा की शिकायत सुनकर नीतीश कुमार पेशोपेश में पड़ गये. छात्राओं के लिए जिस योजना का नीतीश बार-बार जिक्र करते हैं और अपनी पीठ खुद थपथपाते हैं उसकी पोल खुल गयी थी. वैसे छात्रा की शिकायत के बाद सीएम ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को फोन लगाया औऱ कहा कि वे मामले की जांच करायें.


मृतकों के परिजनों को मुआवजे में भी भारी घूसखोरी

सीएम के जनता दरबार में आये एक और व्यक्ति ने लाश के लिए पैसे लेने के सरकारी भ्रष्टाचार की पोल खोली. उस व्यक्ति ने कहा कि उसके बेटे और बेटी बाढ़ के पानी में डूबकर मर गये. सरकार ने बाढ में डूब कर मरने वालों के लिए 4-4 लाख रूपये का मुआवजा घोषित कर रखा है. अब मुआवजा देने के लिए एक लाख रूपये की घूस मांगी जा रही है. 


नीतीश कुमार अपने जनता दरबार का सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लाइव टेलीकास्ट कराते हैं और उस दौरान शिकायत आ रही थी कि लाश के मुआवजे के लिए भी घूस मांगी जा रही है. नीतीश कुमार पहले हैरान हुए फिर गुस्से में आये. साथ बैठे अधिकारियों को देखा और कहा कि जिसने भी घूस मांगी है उसका पूरे डिटेल लीजिये. उस पर कार्रवाई ही नहीं बल्कि एफआईआर भी कीजिये.