नीतीश के जनता राज का हाल देखिए: गांव-शहर कहर बरपा रहे बदमाश! सिर्फ पटना में 30 दिन में 30 लोगों को मौत के घाट उतारा

नीतीश के जनता राज का हाल देखिए: गांव-शहर कहर बरपा रहे बदमाश! सिर्फ पटना में 30 दिन में 30 लोगों को मौत के घाट उतारा

PATNA: बिहार में बेखौफ हो चुके बदमाश गांव हो या शहर हर जगह अपना कहर बरपा रहे हैं। ऐसे में लोगों की जान सांसत में पड़ गई है। कब किस जगह किसकी हत्या हो जाए, इसका कोई ठिकाना नहीं है। राजधानी पटना समेत पूरे राज्य से अपराध की खबरे हर दिन सुर्खियां बटोर रही हैं। सिर्फ राजधानी पटना की बात करें तो बेखौफ बदमाशों ने 30 दिन के भीतर 30 लोगों को मौत के घाट उतार दिया। यह हम नहीं कह रहे हैं बल्कि आंकड़े बता रहे हैं जो खुद पटना पुलिस ने पेश किया है। पटना एसएसपी के मुताबिक, जुलाई के महीने में सिर्फ पटना में 30 लोगों की हत्या हो चुकी है इसके अलावा अपराध की अन्य कई घटनाएं भी घटित हुई हैं।


दरअसल, बिहार में महागठबंधन की सरकार आने के बाद से ही विरोधी दल इस बात का दावा कर रहे थे कि आरजेडी के सत्ता में आने बाद से बिहार में अपराध की घटनाएं बढ़ गई हैं। बीजेपी और एनडीए के तमाम सहयोगी दल अपराध की बढ़ती घटनाओं को लेकर मौजूद सरकार को दोषी बता रहे हैं और इसे जंगलराज पार्ट टू करार दे रहे हैं। पटना के एसएसपी राजीव मिश्रा ने जुलाई महीने में हुए आपराधिक वारदातों का जो आंकड़ा पेश किया है, उससे विपक्षी दलों ने एक बार फिर से सरकार को घेरने की तैयारी शुरू कर दी है।


सरकार ने आरएस भट्टी को जब बिहार का डीजीपी नियुक्त किया था, तब उनके कारनामों की खूब चर्चा हुई थी और संभावना जताई गई थी कि राज्य में अपराध पर लगाम लगेगी। पदभार ग्रहण करने के बाद डीजीपी आरएस भट्टी ने कहा था कि अगर अपराधी बैठा होगा तो कुछ खुराफात करेगे। अगर आप अपराधियों को नहीं दौड़ाओगे तो वह आपको दौड़ाएगा। डीजीपी आरएस भट्टी के दावों से बिहार की जनता में यह उम्मीद जगी थी कि अब शायद अपराधियों पर अंकुश लग सकेगा लेकिन आज पुलिस अपराधियों को दौड़ाने में विफल साबित हो गई है और अपराधी पुलिस को दौड़ा रहे हैं।


बढ़ती अपराध की घटनाओं पर सफाई देते हुए पटना के एसएसपी राजीव मिश्रा ने कहा है कि जुलाई महीने में हुई तीस हत्याओं के मामले में अबतक 60 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। अपराध के आंकड़े पेश करते हुए एसएसपी ने इसे कंट्रोल करने का भी दावा किया है और कहा है कि अपराध और अपराधियों के खिलाफ पुलिस लगातार एक्शन ले रही है हालांकि पिछले एक महीने के सिर्फ राजधानी पटना के जो आंकड़े खुद एसएसपी ने पेश किए हैं उससे पुलिस के दावों पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं।