PATNA : नीतीश कैबिनेट के एक और मंत्री कोरोना संक्रमित हुए हैं। आज सुबह बिहार के दोनों डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी के रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। उसके बाद मंत्री अशोक चौधरी और सुनील कुमार भी कोरोना संक्रमित पाए गए थे लेकिन अब मंत्री संतोष कुमार सुमन की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है।
आज सुबह भी यह खबर सामने आई थी कि मंत्री संतोष कुमार सुमन कोरोना पॉजिटिव हैं लेकिन तब हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ने इसका खंडन किया था लेकिन अब पूर्व मुख्यमंत्री के बेटे और राज्य सरकार में मंत्री संतोष सुमन कोरोना संक्रमित पाए गए हैं।
बता दें कि बिहार में भी सरकार के कई मंत्री कोरोना संक्रमित हो गये हैं. आज नीतीश कैबिनेट की बैठक से पहले बिहार सरकार के कई मंत्री कोरोना संक्रमित पाए गये हैं. दोनों डिप्टी सीएम के अलावा राज्य सरकार में शामिल मंत्री सुनील कुमार, अशोक चौधरी की टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जांच रिपोर्ट आने के बाद सरकार में हड़कंप मच गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कोरोना रिपोर्ट को लेकर अब तक कोई नई जानकारी सामने नहीं आई है.
देश में कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है. खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार की ओर से कोविड-19 मरीजों को लेकर नई गाइडलाइन जारी कर दी है. इस गाइड लाइन में कई बदलाव किए गए है. केंद्रीय सरकार ने नई गाइडलाइन कर कहा कि कोरोना टेस्ट में पॉजिटिव आने के 7 दिन बाद और लगातार 3 दिन तक बुखार नहीं आने के बाद होम आइसोलेशन खत्म हो जाएगा और मरीज को डिस्चार्ज कर दिया जाएगा. होम आइसोलेशन पीरियड खत्म होने के बाद मरीज को दोबारा टेस्ट कराने की जरूरत नहीं है.
कोरोना मरीजों के होम आइसोलेशन की नई गाइडलाइन के अनुसार बुजुर्ग मरीजों को डॉक्टर की सलाह पर होम आइसोलेशन की अनुमति दी जाएगी. वहीं हल्के लक्षण वाले मरीज घर पर रहेंगे, जिसके लिए प्रॉपर वेंटिलेशन रहना जरूरी है. साथ ही मरीज को ट्रिपल लेयर मास्क पहनने की सलाह दी गई।
मरीज को ज्यादा से ज्यादा लिक्विड लेने की, ऐसे मरीज जिनको एचआईवी हो, जिनका ट्रांसप्लांट हुआ हो या कैंसर से पीड़ित हों तो डॉक्टर की सलाह के बाद ही होम आइसोलेशन की अनुमति दी जाएगी. और बिना लक्षण वाले और हल्के लक्षण वाले मरीज, जिनका ऑक्सीजन सेचुरेशन 93% से ज्यादा हो उन्हें होम आइसोलेशन की अनुमति है. पॉजिटिव होने के बाद होम आइसोलेशन में 7 दिन रहने और लगातार 3 दिन तक बुखार ना रहने पर होम आइसोलेशन खत्म माना जाएगा और दोबारा टेस्ट की जरूरत नहीं होगी.