60 साल के जीजा संग फरार हुई 35 साल की साली, परेशान पति ने रख दिया 10 हजार का इनाम वैशाली में पारिवारिक रंजिश का खौफनाक अंजाम, चचेरे भाई ने युवक को मारी गोली कटिहार में करंट से 2 सगी बहनों की दर्दनाक मौत, 4 लोग झुलसे, बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप एक्शन मोड में पटना पुलिस: चेन स्नैचिंग गैंग का पर्दाफाश, बॉस समेत 7 गिरफ्तार JEHANABAD: अलीनगर पाली इमामबाड़े में राज्यपाल ने की ज़ियारत, बोले..लीडर वही जो सिर देने की ताकत रखे Bihar Crime News: बिहार के इस जिले में इंजीनियर से लूटपाट, विरोध करने पर अपराधियों ने मारी गोली Bihar Crime News: बिहार के इस जिले में इंजीनियर से लूटपाट, विरोध करने पर अपराधियों ने मारी गोली बखोरापुर में ऐतिहासिक किसान सम्मान समारोह, अजय सिंह ने किसानों को दी सशक्त भविष्य की सौगात बेगूसराय में रिश्तों का कत्ल: साले ने कुदाल से काटकर की जीजा की निर्मम हत्या, इलाके में सनसनी Bihar Crime News: बिहार के वहसी पिता की शर्मनाक करतूत, सगी बेटी के साथ कई सालों से जबरन कर रहा था रेप; थाने पहुंचा मामला
1st Bihar Published by: Updated Mon, 13 Dec 2021 10:38:41 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : नीति आयोग की रिपोर्ट में बिहार फिसड्डी साबित हुआ है. इसको लेकर खूब राजनीति हो रही है. इस रिपोर्ट को लेकर विपक्ष लगातार नीतीश सरकार पर हमला बोल रहा है. वहीं बीजेपी के नेता और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने आयोग की रिपोर्ट के पैमाने पर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि वास्तव में बिहार काफी आगे बढ़ चुका है.
नीति आयोग की रिपोर्ट पर सुशील मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार को मैं चिट्ठी लिखुंगा. इसके साथ ही सुशील मोदी ने कहा कि मैंने नीति आयोग से अपील की है कि पुनः तमाम डाटा को देखा जाए. 2005 में जहां बिहार खड़ा था और 2021 में जहां है इस पर आधारित रिपोर्ट बनाए और कितना विकास हुआ है वह बताएं.
सुशील मोदी ने कहा कि बिहार के पहले मुख्यमंत्री डॉ श्रीकृष्ण सिंह के बाद जिन्होंने भी सत्ता की बागडोर संभाली, बिहार में कोई काम नहीं हुआ. 40 साल तक बिहार का विकास रुका रहा. इसका जवाब ना ही कांग्रेस के नेता देते हैं और ना ही राजद के नेता लालू प्रसाद यादव. अभी बिहार में विकास के काफी काम हुए हैं.
सुशील मोदी ने कहा- नीति आयोग ने अभी की जो रिपोर्ट पेश की है, वह साल 2015 और 16 के आधार पर पेश की गई है. सुमो ने कहा कि 2016 के बाद बिहार में काफी विकास हुआ है, लेकिन उस विकास की चर्चा नीति आयोग ने नहीं की है. इसको लेकर उन्होंने नीति आयोग को पत्र लिखने की बात कही है. पत्र में पैमाने को ठीक करने के साथ ही एनएचएफएस को आधार बनाकर साल 2020-21 की रिपोर्ट पेश करने की बात उन्होंने कही है. इससे सब कुछ पता चलेगा.