DESK : दो दिन पहले आई नीति आयोग की रिपोर्ट में हेल्थ आउटकम में बिहार को निचले पायदान पर दिखाया गया है. अब इसको लेकर बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने अपनी बात कही है. सुशील मोदी ने ट्वीट करके लिखा है कि हेल्थ आउटकम श्रेणी में बिहार का आइपी 0.9 फीसद रहा और गुणवत्ता के मामले में केरल से फासला कम करने में कामयाबी मिली. 2015- 2020 के बीच बच्चों के पूर्ण टीकाकरण में बिहार ने 15.10 फीसद की वृद्धि की.
सुशील मोदी ने आगे लिखा है कि बिहार 2017-18 में नवजात शिशु और पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों की मृत्यु दर में क्रमश: 7.4 फीसद और 30.19 फीसद तक की कमी लाने में सफल रहा. उन्होंने ट्वीट करके बताया है कि वर्ष 2018-19 और 2019- 20 में बिहार का आइपी अच्छा रहा, जबकि इसी अवधि में राजस्थान, छत्तीसगढ़, उड़ीसा, हरियाणा सहित आठ राज्यों का आइपी शून्य या नकारात्मक रहा. आयोग ने बिहार की स्वास्थ्य सेवा के कई मानकों में बेहतरी को सराहनीय माना है.
पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने इस संबंध में एक के बाद एक चार ट्वीट किए हैं. अपने अगले ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि स्वास्थ्य सेवाओं पर नीति आयोग के ताजा सूचकांक में बिहार 18 वें स्थान पर है, लेकिन इसी आयोग की रिपोर्ट में बिहार इन्क्रीमेटल परफॉर्मेंस (आइ पी) के मामले में 11 वें स्थान पर है. सुशील मोदी ने ये सारे ट्वीट करके हेल्थ आउटकम में बिहार की रिपोर्ट को लेकर ये बताते की कोशिश की है कि बिहार पहले से ज्यादा बेहतर प्रदर्शन कर रहा है. आपको बता दें कि दो दिन पहले ही नीति आयोग की रिपोर्ट आई थी. जिसके बाद अब सुशील मोदी ने ट्वीट करके अपनी बात कही है.