1st Bihar Published by: Updated Sat, 27 Nov 2021 12:49:23 PM IST
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PATNA : नीति आयोग की ताजा रिपोर्ट ने बिहार सरकार के सभी दावों की पोल खोल कर रख दी है. नीति आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक पहले स्वास्थ्य सेवा में बिहार की बदहाली सामने आई थी, उसके बाद ऊर्जा क्षेत्र और फिर गरीबी के पैमाने पर भी बिहार की सच्चाई देश के सामने आ चुकी है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव आज फिर इस मामले में सरकार पर हमलावर नज़र आये हैं. उन्होंने ट्वीट कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है.
तेजस्वी ने लिखा है- देश-विदेश के सभी प्रतिष्ठित मूल्यांकन व मानक संस्थानों जैसे नीति आयोग, CAG, NCRB, NHRM, NFHS, NSSO, CPCB, WHO, UN इत्यादि ने बिहार के बदहाल शिक्षा, स्वास्थ्य, कानून व्यवस्था, गरीबी, बेरोजगारी, शराबबंदी, भ्रष्टाचार, पलायन, प्रदूषण, सत्तत विकास सहित अनेक सूचकांकों से संबंधित Scientifically well researched रिपोर्ट्स पेश की है लेकिन बकौल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भाजपा सभी रिपोर्ट्स झूठी है और केवल और केवल वो और उनकी मुंह जुबानी वाली रिपोर्ट्स ही शास्वत सत्य है.
देश-विदेश के प्रतिष्ठित मूल्यांकन व मानक संस्थानों जैसे नीति आयोग,NCRB,NHRM, NSSO,CPCB,WHO ने बिहार के शिक्षा,स्वास्थ्य,कानून व्यवस्था,गरीबी, बेरोजगारी,पलायन,प्रदूषण इत्यादि से संबंधित Scientifically well researched रिपोर्ट्स पेश की है लेकिन बकौल CM नीतीश जी सब रिपोर्ट्स झूठी है।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) November 27, 2021
उन्होंने कहा कि डबल इंजन सरकार की मानक संस्थाएं ही आंकड़ों और साक्ष्य सहित इनकी 16 वर्षों की विफलता एवं कागजी विकास को आइने में दिखा रही है लेकिन फिर भी अहंकार में डूबी एनडीए सरकार अपनी गलतियों को मानने के लिए तैयार नहीं है. ये विपक्ष के नहीं आपकी सरकार और उनकी एजेंसियों के ही आंकड़े हैं.
तेजस्वी ने सीएम नीतीश से कहा कि जो अपनी गलती ही स्वीकार नहीं करेगा वह उन ख़ामियों को दूर कैसे करेगा? 30-40 वर्ष के भूतकाल में डूबे रहने वाले मुखिया को वर्तमान के आँकड़ों के साथ भविष्य, वर्तमान एवं अपने भूत के 16 वर्षों का आंकलन अवश्य करना चाहिए कि उन्होंने उदारीकरण के बाद भी बिहार को सबसे फिसड्डी राज्य क्यों बनाया हुआ है?