नीरज चोपड़ा ने भारत को दिलाया एक और गोल्ड, इतिहास के सुनहरे अक्षरों में दर्ज हुआ नाम

नीरज चोपड़ा ने भारत को दिलाया एक और गोल्ड, इतिहास के सुनहरे अक्षरों में दर्ज हुआ नाम

DESK : अपना वजन कम करने के लिए खेलना शुरू करने वाले नीरज चोपड़ा का हरियाणा के एक गांव से भारतीय खेलों में सबसे बड़े सितारों में नाम दर्ज करने तक का सफर इतना गौरव मिल रहा है कि हर कदम पर उन्होंने एक नई  विजयगाथा लिखी है। नीरज आज से दो साल पहले टोक्यो में ओलंपिक ट्रैक और फील्ड स्पर्धा में भारत की झोली में पहला गोल्ड मेडल डाला था। 


उस समय नीरज की उम्र सिर्फ 23 साल थी और महान निशानेबाज अभिनव बिंद्रा के बाद ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाले या दूसरे भारतीय बने थे। इसके बाद आप भारत के इस स्टार्ट भाला फेंक खिलाड़ी ने विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पुरुषों की भाला फेंक प्रतियोगिता में एक बार फिर से गोल्ड मेडल जीत कर भारत के लिए इतिहास रच दिया है।


भारत के ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा  विश्‍व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पुरुषों की भाला फेंक प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतकर भारत के लिए ऐतिहासिक पहला स्वर्ण पदक जीता।  पिछले कुछ महीनों से चोट से परेशान चल रहे स्टार भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा  ने हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट में अपनी दूसरी बारी में 88.17 के विशाल थ्रो के साथ  विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप प्रतियोगिता में बाजी मार ली। 


स्टार ओलंपियन नीरज ने पुरुषों की भला फेंक  के फाइनल में पाकिस्तान के अरशद नदीम को एक मीटर से भी कम अंतर से हराया। पाकिस्तानी अरशद नदीम ने 87.82 की दूरी के साथ रजत पदक जीता, जो उनके देश के लिए पहला  विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप पदक है, जबकि चेक गणराज्य के याकूब वडलेज ने 86.67 की दूरी के साथ पिछले साल ओरेगन में जीता कांस्य पदक बरकरार रखा।