PATNA : देश के बड़े दवा कारोबारी और राज्यसभा सांसद किंग महेंद्र का निधन हो गया है। लंबे समय से बीमार चल रहे किंग महेंद्र का निधन दिल्ली में हुआ है। वह पिछले कुछ अरसे से बीमार थे। अपनी तबीयत खराब होने की वजह से जदयू के राज्यसभा सांसद किंग महेंद्र संसद के शीतकालीन सत्र में भी शामिल नहीं हो पाए थे।
बिहार से आने वाले किंग महेंद्र कांग्रेस के साथ अपनी राजनीति शुरू कर बाद में आरजेडी के साथ जुड़े थे और फिर राज्यसभा पहुंचे थे। बिहार में जब लालू प्रसाद यादव की सत्ता चली गई तो किंग महेंद्र ने नीतीश कुमार का साथ लिया और फिर जनता दल यूनाइटेड के कोटे से राज्यसभा गए। राज्यसभा का उनका मौजूदा कार्यकाल अभी 2 साल तक बचा हुआ था। बता दें किंग महेंद्र की संपत्ति को लेकर भी विवाद सामने आया था।
जहानाबाद जिले के गोविंदपुर से आने वाले किंग महेंद्र का पूरा नाम महेंद्र प्रसाद था। उन्होंने एक किसान परिवार में जन्म लिया। पटना कॉलेज से अर्थशास्त्र में ग्रेजुएट होने के बाद वह बाद के दिनों में दवा के कारोबार से जुड़ें रहें और आज उनकी कुल संपत्ति लगभग 4000 करोड़ से ज्यादा की मानी जाती है।
किंग महेंद्र के पिता वासुदेव सिंह एक साधारण किसान थे। इसके बावजूद महेंद्र प्रसाद कारोबारी दुनिया के किंग बने अपनी वित्तीय ताकत के बूते ही वह राजनीति में सक्रिय हुए। और फिर राज्यसभा सांसद भी बने अरिस्टोफार्मा के मालिक किंग महेंद्र ने 1984 में लोकसभा का चुनाव भी लड़ा था लेकिन उन्हें जीत हासिल नहीं हुई। बाद में वह सबसे पहले कांग्रेस के टिकट पर राज्यसभा पहुंचे इसके बाद वह लगातार राज्यसभा के सदस्य रहे कांग्रेस आरजेडी और फिर बाद में जेडीयू से वह राज्यसभा जाते रहे यह उनका सातवां टर्म था।