DELHI : मेडिकल में दाखिला लेने वाले स्टूडेंट्स के लिए एक अच्छी खबर है। केंद्र सरकार ने देश के सभी प्राइवेट मेडिकल और डेंटल कॉलेजों को यह निर्देश दिया है कि स्टूडेंट्स के एडमिशन के वक्त वह केवल 1 साल की फीस लें। एमबीबीएस और बीडीएस कोर्स में एडमिशन लेने वाले सभी प्राइवेट कॉलेजों को स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से यह गाइडलाइन जारी किया गया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी की गई इस गाइडलाइन के मुताबिक कोई भी प्राइवेट कॉलेज एडमिशन के बाद स्टूडेंट से 4 साल की फीस एक साथ नहीं ले सकता। सरकार ने कहा है कि किसी संस्थान के पास यह अधिकार नहीं है कि वह स्टूडेंट से एक साल की फीस के साथ 4 साल की फीस के बराबर बैंक गारंटी मांगे।
स्वास्थ विभाग की तरफ से यह गाइडलाइन स्टूडेंट्स की उस कंप्लेन के बाद जारी किया गया है जिसमें यह बताया गया था कि प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन के वक्त स्टैंप पेपर पर 4 साल की फीस की गारंटी मांगी जा रही है। ऐसा नहीं करने वाले छात्रों को प्राइवेट कॉलेज एडमिशन नहीं दे रहे थे। आपको बता दें कि कई राज्यों में प्राइवेट मेडिकल कॉलेज मैनेजमेंट की इस मनमानी के कारण काउंसलिंग के दौरान सीटें खाली रह गई थीं।