DESK: NEET पेपर लीक मामले में राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) को सुप्रीम कोर्ट ने यह आदेश दिया है कि वो सेंटर वाइज सभी छात्रों का मार्क्स 20 जुलाई तक ONLINE जारी करें। इस मामले की जांच रिपोर्ट भी मांगी गयी है। इस मामले पर अगली सुनवाई अब 22 जुलाई को होगी।
सुप्रीम कोर्ट में आज इस मामले पर सुनवाई हुई। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जेबी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ ने सुनवाई की। बता दें कि नीट पेपर लीक मामले में 40 से ज्यादा याचिका कोर्ट में दायर की गयी है। जिसमें राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) की भी याचिका शामिल है।
सुप्रीम कोर्ट ने राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी से पूछा कि 23.33 लाख में से कितने छात्रों ने अपना एग्जाम सेंटर बदला? सुप्रीम कोर्ट के इस सवाल का जवाब देते हुए एनटीए ने कहा कि करेक्शन के नाम पर छात्रों ने सेंटर बदला है। 15,000 छात्रों ने करेक्शन विंडो का इस्तेमाल किया था। छात्र सिर्फ शहर बदल सकते हैं परीक्षा सेंटर नहीं बदल सकते। अलॉटमेंट सिस्टम द्वारा परीक्षा केंद्र का चयन किया जाता है।
NEET UG 2024 के सभी छात्रों का मार्क्स ONLINE जारी करने का निर्देश सु्प्रीम कोर्ट ने NTA को दिया है और कहा है कि परीक्षा केंद्र के अनुसार डमी रोल नंबर के रूप में मार्क्स जारी करें जिससे कि परीक्षार्थियों की पहचान सार्वजनिक ना हो। सुप्रीम कोर्ट ने 20 जुलाई तक यह काम करने को कहा है। 20 जुलाई को मार्क्स ONLINE जारी होने के बाद 22 जुलाई को इस मामले पर अगली सुनवाई होगी।
वही सीबीआई की टीम ने सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से पहले इस मामले में बड़ा एक्शन लिया। सीबीआई की टीम ने इस मामले में पटना एम्स के चार डॉक्टरों को हिरासत में लिया। चारों के सॉल्वर्स गैंग से जुड़े होने का शक सीबीआई को है। तीनों से सीबीआई की टीम पूछताछ कर रही है।
सीबीआई की गिरफ्त में आए चारों मेडिकल स्टूडेंट 2021 बैच के हैं। रेड के बाद सीबीआई ने चारों के कमरों को सील कर दिया है और उनके मोबाइल और लैपटॉप जब्त कर लिए हैं। चारों से पूछताछ के लिए सीबीआई उन्हें अपने साथ ले गई है। पटना एम्स के इन चारों डॉक्टरों के सॉल्वर्स गिरोह से जुड़े होने का शक है। पेपर लीक मामले के पूरे नेटवर्क को सीबीआई की टीमें खंगालने में लगी हैं।
सॉल्वर गैंस से जुड़े जिन चार डॉक्टरों को सीबीआई ने हिरासत में लिया है उनमें चंदन सिंह सीवान का रहने वाला है, कुमार शानू पटना का रहने वाला है, राहुल आनंद धनबाद का रहने वाला है और करण जैन अररिया का रहने वाला बताया जा रहा है। सीबीआई की टीम बुधवार की दोपहर में पटना एम्स पहली बार पहुंची थी।
पहली बार में सीबीआई अपने साथ चंदन सिंह को ले गई। दूसरी बार शाम 6 बजे कुमार शानू और राहुल आनंद को अपने साथ ले गई। पूरे मामले पर पटना AIIMS के कार्यकारी निदेशक जीके पॉल ने कहा है कि हमारे लिए ये चौंकाने वाली बात है कि हमारे स्टूडेंट्स ऐसी बात में शामिल हैं। हम सीबीआई की रिपोर्ट आने का इंतजार करेंगे। अगर हमारे ये स्टूडेंट्स शामिल रहे होंगे तो इनपर एक्शन होगा। उन्होंने कहा कि ये सभी स्टूडेंट्स बेहद इंटेलिजेंट हैं।
सीबीआई की इस कार्रवाई से पटना एम्स प्रबंधन के साथ साथ वहां तैनात दूसरे डॉक्टरों के बीच हड़कंप मच गया है। इससे पहले बुधवार को सीबीआई की टीम ने झारखंड के हजारीबाग से इंजीनियर समेत दो लोगों को अरेस्ट किया था। गिरफ्तार इंजीनियर पंकज ने ही एनटीए के ट्रंक से नीट के प्रश्नपत्रों को अपने सहयोगी राजू की मदद से चुराया था और उसे इस गैंग से जुड़े लोगों तक पहुंचाया था।
बता दें की नीट परीक्षा का रिजल्ट आने के बाद से ही परीक्षा में गड़बड़ी के आरोप लगने लगे थे। देशभर में प्रदर्शन और विरोध के बाद केंद्र सरकार ने नीट परीक्षा की जांच का जिम्मा सीबीआई को सौंपा है। परीक्षा को रद्द करने के लिए सुप्रीम कोर्ट में कई याचिकाएं दायर की जा चुकी हैं और शीर्ष अदालत मामले की सुनवाई कर रहा है। इस मामले में अबतक कई लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है हालांकि पेपर लीक का मास्टरमाइंड संजीव मुखिया अब भी गिरफ्त से बाहर है।