‘अभी काफी समय है.. सभी चीजें तय हो जाएंगी’ NDA में सीट शेयरिंग पर बोले उपेंद्र कुशवाहा

‘अभी काफी समय है.. सभी चीजें तय हो जाएंगी’ NDA में सीट शेयरिंग पर बोले उपेंद्र कुशवाहा

PATNA: लोकसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर महागठबंधन और एनडीए दोनों ही खेमें में गहमागहमी बनी हुई है। एनडीए में शामिल दलों के बीच फिलहाल सीटों का बंटवारा नहीं हो सका है। ऐसे में सीट शेयरिंग में हो रही देरी पर सवाल उठ रहे हैं। एनडीए में शामिल राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने दावा किया है कि एनडीए में जल्द ही सीटों का बंटवारा कर लिया जाएगा।


एनडीए में सीट शेयरिंग में हो रही देरी पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि सीटों को बंटवारा नहीं हुआ है तो इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है। अभी समय है, सभी चीजें तय हो जाएंगी। चिराग पासवान की नाराजगी के सवाल पर उन्होंने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है। किसी भी तरह की बातचीत होती है तो उसमें किसका क्या पक्ष है, सभी चीजों को देखकर बैलेंस बनाना पड़ता है।


वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में मंच साझा नहीं करने के सवाल पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि बिहार में जो दो तीन कार्यक्रम में प्रधानमंत्री आए थे वे सभी सरकारी कार्यक्रम थे। अगर एनडीए का कार्यक्रम होता और उसमें हमलोग नहीं दिखते तो एक बात थी लेकिन सरकारी कार्यक्रम में गठबंधन के लोगों का शामिल होना जरूरी नहीं था। एनडीए को सभी चालीस सीटों पर जिताना है, इसलिए सभी सीटों पर तैयारी चल रही है।


पालीगंज में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा जमीन कब्जा करने वाले माफिया को उल्टा लटकाने की बात कहने का समर्थन करते हुए कुशवाहा ने कहा कि निश्चित तौर पर कई क्षेत्रों में माफियागिरी तो है ही और जो गरीब तबके के लोग हैं उनको परेशान और शोषण तो किया ही जा रहा है। जहां भी इस तरह की स्थिति है उसे खत्म करना तो किसी भी सरकार का दायित्व बनता है। निश्चित तौर पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बिहार के संदर्भ में ऐसी बात कही है तो वह बिल्कुल ठीक बात है। इस तरह की समस्या का हल निकालना है तो सख्ती तो अपनानी ही पड़ेगी।


वहीं लालू प्रसाद पर हमला बोलते हुए उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि इसमें कोई दो राय नहीं हैं कि आरजेडी परिवारवादी पार्टी है। गांधी मैदान में महागठबंधन की रैली हुई तो लालू प्रसाद अपने पूरे परिवार को वहां लेकर गए थे और सभी का हाथ उठवाकर जनता से आशीर्वाद मांगा था। लालू प्रसाद परिवार से बाहर सोंच भी नहीं सकते हैं यह सभी को पता है और कमोवेश कांग्रेस की भी यही स्थिति है।