एनडीए में फंसा है सीटों का पेंच लेकिन BJP ने बिहार में अपने उम्मीदवारों को चुनाव अभियान शुरू करने का निर्देश दिया, मैदान में उतरे नेता

एनडीए में फंसा है सीटों का पेंच लेकिन BJP ने बिहार में अपने उम्मीदवारों को चुनाव अभियान शुरू करने का निर्देश दिया, मैदान में उतरे नेता

PATNA: बिहार में भाजपा और उसकी सहयोगी पार्टियों के बीच सीट बंटवारे का पेंच फंसा हुआ है. चिराग पासवान कल रात जेपी नड्डा से मिले लेकिन बात नहीं बन पायी है. उपेंद्र कुशवाहा के पास संजय जायसवाल पहुंचे. वहीं दिल्ली में पशुपति पारस से मंगल पांडेय ने मुलाकात की. जाहिर है सीटों का पेंच फंसा हुआ है लेकिन बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों को मैदान में जाने का निर्देश दे दिया है. पार्टी की हरी झंडी के बाद उम्मीदवारों ने क्षेत्र का रूख करना शुरू कर दिया है.


आरके सिंह के दावे से सामने आयी बात

भाजपा सांसद और केंद्रीय मंत्री आरके सिंह के दावे से बीजेपी की चुनावी रणनीति सामने आय़ी. आर के सिंह आज अपने संसदीय क्षेत्र आरा पहुंचे. उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र में 137 विकास योजनाओं का उद्घाटन किया. बिहार पहुंचे आरके सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वे आरा से ही चुनाव लड़ने जा रहे हैं. बता दें कि आरके सिंह को टिकट मिलने को लेकर ढेर सारे सवाल उठाये जा रहे थे लेकिन उन्होंने सारे कयासों को गलत करार दिया. आरके सिंह ने कहा कि वे वहीं से चुनाव लड़ेंगे जहां से सांसद हैं.


मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने कहा कि एनडीए में कुछ गड़बड़ नहीं है और दो-तीन दिन में सीट बंटवारा हो जाएगा और मैं आरा से ही चुनाव लड़ूंगा. पत्रकारों ने जब चिराग पासवान की नाराजगी को लेकर सवाल पूछा तो आरके सिंह ने कहा कि वे भी जल्द मान जाएंगे. सीट शेयरिंग भी जल्द ही फाइनल हो जायेगी.


आरके सिंह समेत बीजेपी के दूसरे नेता जो भी दावा कर लें, एनडीए में सीट शेयरिंग का मामला फंसा हुआ है. चिराग पासवान कम से कम पांच सीट की अपनी डिमांड पर अड़े हुए हैं. वहीं, उनके चाचा पशुपति कुमार पारस अलग ही दावा कर रहे हैं. उपेंद्र कुशवाहा तीन सीटों की अपनी जिद पर अड़े हुए हैं तो जीतन राम मांझी को कम से कम दो सीट चाहिये. जेडीयू को अपने 16 सीटिंग सांसदों के लिए टिकट चाहिये. इन तमाम दावों को सुलझा पाना आसान नहीं होगा.