नए निकाय गठन करने की प्रक्रिया शुरू, दानापुर से लेकर फुलवारी तक को पटना नगर निगम में लाने की तैयारी

नए निकाय गठन करने की प्रक्रिया शुरू, दानापुर से लेकर फुलवारी तक को पटना नगर निगम में लाने की तैयारी

PATNA : राज्य के अंदर नए निकाय गठन की प्रक्रिया अब शुरू हो गई है. राज्य सरकार बिहार में 70 नई नगर पंचायतों को मंजूरी देने की तैयारी में है ,इसके लिए नगर विकास विभाग ने दिन रात एक कर दिया है. बिहार में फिलहाल 142 शहरी निकाय है, लेकिन कुल 25 जिलों में अब नए निकाय के गठन के लिए विभाग के पास प्रस्ताव सामने आए हैं. बड़ी खबर यह है कि राजधानी पटना के नगर क्षेत्र का दायरा और बढ़ाने की तैयारी है. दानापुर खगौल और फुलवारी शरीफ नगर परिषदों के साथ-साथ इसके आसपास के इलाकों को अब नगर निगम का हिस्सा बनाए जाने की तैयारी शुरू हो गई है.

इतना ही नहीं पालीगंज, बिहटा और पुनपुन को नगर पंचायत बनाने का प्रस्ताव सामने आया है. जबकि मसौढ़ी क्षेत्र के विकास के लिए अब इसमें दो नए वार्ड जोड़े जा सकते हैं. पटना नगर निगम का दायरा अब बढ़ेगा यह बात तय हो गई है. नगर विकास विभाग में अपने स्तर पर तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है. विभाग की तरफ से पूरा ब्लू प्रिंट तैयार कर प्रस्ताव कैबिनेट की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा. सबसे बड़ा बदलाव राजधानी के पटना मेट्रोपॉलिटन एरिया में शामिल उन इलाकों में देखने को मिलेगा जो अब तक नगर निगम का हिस्सा नहीं थे.

बिहार में 12000 से 40 हजार की आबादी पर नगर पंचायत का गठन होता है, जबकि नगर परिषद 40,000 से अधिक और दो लाख तक की आबादी पर बनाया जाता है. नगर निगम के गठन के लिए 200000 से अधिक की आबादी वाले क्षेत्र की पहचान की जाती है. नगर विकास विभाग को जो प्रस्ताव सामने आए हैं उनमें नए नगर परिषद में शिवहर, नोखा, बोधगया और पीरो शामिल हो सकते हैं. जबकि नगर पंचायत के लिए प्रस्ताव में खुदरा और चैनपुर, शिवसागर, करगहर, काराकाट, मीरगंज, रुपौली, भवानीपुर, रानीगंज, सिकंदरा, गड़हनी, पावापुरी, गिरियक, परबत्ता, मानसी, अलौली और बेलदौर शामिल है.