JHARKHAND: जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में तैनात CRPF के एक जवान को ATS ने पकड़ा है। गिरफ्तार सीआरपीएफ जवान अविनाश के पास से भारी मात्रा में कारतूस भी बरामद किया गया है। अविनाश आर्मी के हथियार और कारतूस की सप्लाई नक्सलियों को किया करता था। एटीएस ने उसके दो साथियों को भी गिरफ्तार किया है।
एटीएस ने गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। 29 वर्षीय अविनाश उर्फ चुन्नू इमामगंज गया का रहने वाला है जो पुलवामा में सीआरपीएफ के 182 बटालियन में आरक्षी के रुप में तैनात था। वही 49 वर्षीय ऋषि कुमार पटना के समीमपुर थाना क्षेत्र का रहने वाला है वही तीसरा सदस्य 48 वर्षीय पंकज कुमार सिंह है जो मुजफ्फरपुर का रहने वाला है। पंकज की गिरफ्तारी बिहार एसटीएफ की मदद से की गयी है।
श्रीनगर के पुलवामा में सीआरपीएफ के 182 बटालियन में तैनात अविनाश 4 महीने से वह ड्यूटी से गायब था। 2017 से 182 बटालियन पुलवामा में अविनाश तैनात था। 24 अगस्त 2011 को मोकामा ग्रुप सेंटर से सीआरपीएफ में उसकी बहाली हुई थी। इससे पहले 112 बटालियन लातेहार में और 204 बटालियन कोबरा जगदलपुर में पदस्थापित थे। गिरफ्तार तीनों से जब पूछताछ की गयी तब पता चला कि भाकपा माओवादी संगठन को भारी संख्या में एके-47 एवं इंसास राइफल का कारतूस इनके द्वारा उपलब्ध कराया गया था।
अमन साहू गिरोह सहित कई आपराधिक संगठनों को हथियार और कारतूस उपलब्ध कराया था। इन अपराधियों की निशानदेही पर इंसास राइफल का 450 जिंदा कारतूस बरामद किया गया है। अविनाश रांची के अमन साव, गया के हरेन्द्र यादव, चतरा प्रतापपुर के लल्लू खान के संपर्क में था। लल्लू खान गया जेल में बंद है तो वही हरेन्द्र यादव शेरघाटी जेल में बंद है।
गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ में पता चला कि अब तक झारखंड के नक्सली उग्रवादी संगठन के अलावा संगठित अपराध के सरगना तक हथियार व कारतूस की सप्लाई कर चुका है। गैंगस्टर सुजीत सिन्हा गिरोह, अमन साहू गिरोह, अमन सिंह गिरोह व अमन श्रीवास्तव गिरोह को भी आर्मी के हथियार व कारतूस की सप्लाई कर चुका है।