JAMUI NEWS: नक्सल प्रभावित इलाके में छापेमारी के दौरान 4 भट्ठियां ध्वस्त, दशहरा में खपाने के लिए जंगल में बनायी जा रही थी देसी शराब

JAMUI NEWS: नक्सल प्रभावित इलाके में छापेमारी के दौरान 4 भट्ठियां ध्वस्त, दशहरा में खपाने के लिए जंगल में बनायी जा रही थी देसी शराब

 JAMUI: बिहार में 8 साल से पूर्ण शराबबंदी है लेकिन शराब के धंधेबाज अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं। दशहरा में बेचने के लिए जंगल में देशी शराब बनायी जा रही थी। इस बात की सूचना मिलते ही जमुई पुलिस ने मलयपुर और लखीसराय जिले के चानन थाना इलाके के सीमावर्ती क्षेत्र जैगुआर जोर जो कि नक्सल प्रभावित क्षेत्र है वहां जंगलों में पुलिस ने छापेमारी की। पुलिस ने 4 शराब की भट्ठियों को ध्वस्त किया है। वही 100 लीटर महुआ शराब और 1000 लीटर जावा महुआ को नष्ट किया है। 


शराबबंदी वाले बिहार में धंधेबाज नक्सली क्षेत्र के जंगलों में आने वाले पर्व को लेकर बड़े पैमाने पर देशी शराब बनाने की तैयारी कर रहे थे। इस बात की गुप्त सूचना जमुई पुलिस को मिली थी। जमुई और लखीसराय जिले के सीमावर्ती नक्सली क्षेत्र जैगुआर जोर के जंगलों में छापेमारी की गयी। जमुई के मालीपुर थाना क्षेत्र और लखीसराय के चानन थाना क्षेत्र के सीमावर्ती क्षेत्र के जंगल के इलाकों में शराब की भट्ठी लगायी गयी थी। जिसे लेकर मलयपुर पुलिस ने गुरुवार को थाना क्षेत्र के नक्सल प्रभावित लखीसराय और जमुई के सीमावर्ती क्षेत्र के जगुवाजोर के जंगली इलाके में छापेमारी कर शराब की चार भट्ठियों को ध्वस्त कर दिया। 


मौके से भारी मात्रा में तैयार किए गए देसी महुआ शराब को भी नष्ट किया गया। छापेमारी अभियान का नेतृत्व कर रहे मलयपुर थानाध्यक्ष सह पुलिस निरीक्षक विकास कुमार ने किया। उन्होंने बताया कि पुलिस को यह गुप्त सूचना मिली थी कि मलयपुर और चानन थाना क्षेत्र नक्सल प्रभावित क्षेत्र के जगुवाजोर जंगल मे गुप्त तरीके से भारी मात्रा में शराब की भट्ठी का संचालन कर देसी शराब की चुलाई की जा रही है। जिसके बाद एसपी चंद्र प्रकाश के निर्देश पर एक टीम गठन किया गया। टीम में अपर थानाध्यक्ष महेश सिंह,एसआई रामानुज सिंह,एएसआई प्रेमरंजन राय और मलयपुर थाने के सशस्त्र बल शामिल थे। 


टीम ने जगुवाजोर जंगल में छापेमारी कर चार शराब की भट्ठी को ध्वस्त कर दिया गया और वहां से 100 लीटर के करीब तैयार महुआ शराब को नष्ट किया गया। साथ ही शराब रखने में काम आने वाले कई बर्तन बरामद किया। जबकि 1000 किलो फुला जावा महुआ को उक्त स्थल पर ही नष्ट किया गया। हालांकि पुलिस के आने की भनक लगते ही शराब कारोबारी वहां से जंगल की ओर फरार हो गए। थानाध्यक्ष ने बताया कि उस इलाके में बड़े पैमाने पर शराब की चुलाई की जा रही थी। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि लखीसराय जिले  के सीमावर्ती के कुछ लोगों के द्वारा संयुक्त रूप से अवैध शराब की भट्टी का निर्माण किया गया था ।


बताते चले कि जावा महुआ का इस्तेमाल मुख्य रूप से चुलाई महुआ शराब बनाने के लिए किया जाता है जिसमें शराब कारोबारी पहले उसे पानी और गुड़  में मिलाकर  भिगोते हैं फिर उसमे फुलने के लिए छोड़ देते हैं उसके बाद कुछ अन्य रासायनिक पदार्थ डालकर उसे भट्टी पर चढ़कर गर्म किया जाता है उसे निकालने वाले वाष्प से शराब बनाई जाती है जिस शराब माफिया मोटी रकम में बेचते हैं।


इसीलिए जावा महुआ को फूलने  के लिए जंगलों में छुपा कर रखा गया था। जिसे दशहरा में बेचकर मोटी रकम कमाने की योजना थी। पुलिस ने शराब के धंधेबाजों के इस मंसूबों पर पानी फेर दिया।  मलयपुर थानाध्यक्ष ने बताया कि अवैध शराब बनाने वालों की पहचान की जा रही हैं। किसी भी हाल में अवैध कारोबार को पनपने नहीं दिया जायेगा।