नरकटियागंज रेलवे स्टेशन पर मरीज को नहीं मिला स्ट्रेचर या व्हील चेयर, जब अधिकारियों ने नहीं सुनी गुहार तब बीमार पति को ठेले पर लादकर ले गई पत्नी

नरकटियागंज रेलवे स्टेशन पर मरीज को नहीं मिला स्ट्रेचर या व्हील चेयर, जब अधिकारियों ने नहीं सुनी गुहार तब बीमार पति को ठेले पर लादकर ले गई पत्नी

BETTIAH: अधिकारी और मंत्री रेल यात्रियों को बेहतर सुविधा देने का दावा करते हैं लेकिन इसकी जमीनी हकीकत क्या है यह नरकटियागंज रेलवे स्टेशन पर देखने को मिली। जहां ट्रेन से उतरे बीमार मरीज को स्टेशन पर ना तो स्टेचर मिला और ना ही व्हील चेयर ही नसीब हो पाया। मरीज की पत्नी ने रेलवे के अधिकारियों से स्टेचर और व्हील चेयर की मांग की थी लेकिन उनकी इस मांग को अनसुना कर दिया गया। रेलवे अधिकारियों ने महिला की गुहार तक नहीं सुनी। 


जिसके बाद थक हार कर महिला ने एक ठेले वाले को कहा कि मेरे पति बीमार हैं उनको इलाज के लिए ले जा रहे हैं कृपया स्टेशन से बाहर तक अपने ठेले से पहुंचा देंगे। फिर ठेले वाले ने बताया कि इतना पैसा लगेगा। तब महिला ने पति को ठेले पर लिटा दिया और ठेले के साथ वो स्टेशन से बाहर काफी मशक्कत के बाद निकली। 


दरअसल नरकटियागंज के भैरवगंज गांव निवासी प्रमोद सिंह किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित है। परिजन इनका इलाज करा कर ट्रेन से नरकटियागंज रेलवे स्टेशन पर उतरे थे। मरीज को स्टेशन से ले जाने के लिए परिजन स्ट्रेक्चर मांगने रेलवे के पदाधिकारी के पास गए आरजू मिन्नत की लेकिन रेलवे के अधिकारियों ने उनकी एक ना सुनी। 


मरीज की पत्नी ने बताया कि रेलवे के पदाधिकारियों के पास वो स्टेचर या व्हीन चेयर मांगने गयी तो उसे झाड़कर भगा दिया गया। विवस होकर ठेले पर बीमार पति को लिटाकर वो प्लेटफार्म से बाहर किसी तरह निकली। वही ठेले पर लदे मरीज को लेकर प्लेटफॉम 2 से जाने मे भारी परेशानी उठानी पड़ी। रेलवे ट्रैक को पार करने वाला मार्ग भी क्षतिग्रस्त हैं। जहां से किसी तरह ठेले को पार कराया गया। 


रेल यात्रियों का कहना है कि प्लेटफार्म के दक्षिणी भाग से प्लेटफार्म पर लगेज के साथ आना बेहद मुश्किल हैं, स्टेशन परिसर में यात्री सुविधा के लिए बना लिफ्ट उद्घाटन के बाद ही खराब हो गया जो आज शोभा की वस्तु बनी हुई है। खासकर सीनियर सिटीजन के लिए फुट ओवर ब्रिज पर लगेज के साथ क़रीब 52 सीढ़ियों को चढ़ना मुश्किल होता हैं लेकिन रेल अधिकारीयो को यात्रियों की सुविधा से कोई लेना-देना नहीं है। सिर्फ सुविधा के नाम पर अधिकारी और रेलवे मंत्री बड़ी-बड़ी बातें करते हैं। 


इस मामले में जब स्टेशन मास्टर से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि स्ट्रक्चर की व्यवस्था नहीं है सिर्फ व्हीलचेयर है। कोई व्हील चेयर मांगने नहीं आया था। ऐसे में स्टेशन मास्टर सच बोल रहे है या फिर बीमार पति का इलाज कराने के लिए घर से निकली महिला..जो तस्वीरें सामने आ रही है वो बेहद चिंताजनक है। सोशल मीडिया पर यह वायरल हो रहा है जिसे देख लोग भी हैरान हैं।