PATNA : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज नालंदा दौरे पर थे। मुख्यमंत्री बिहार शरीफ में चंद्रिका पावर के एथेनॉल उत्पादन प्रतिष्ठान का उद्घाटन करने पहुंचे थे। वहां से वापसी के दौरान सीएम अचानक जदयू ऑफिस पहुंच गए।
दरअसल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज नालंदा में कार्यक्रम का उद्घाटन के बाद सीधा पटना जदयू ऑफिस पहुंचे। हालांकि, नीतीश कुमार पार्टी ऑफिस के अंदर तो नहीं गए। लेकिन बाहर से ही उन्होंने पार्टी ऑफिस के माहौल को देखा।
बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार सरकार के मंत्री संजय झा को पार्टी दफ्तर छोड़ने पहुंचे थे। जबकि, विजय चौधरी को सचिवालय ऑफिस छोड़ा। यह दोनों मंत्री नीतीश कुमार के साथ नालंदा गए थे और अब वापसी में नीतीश कुमार ने इनको कहा कि चलिए आपको पार्टी दफ्तर हम अपने साथ जाकर छोड़ देते हैं। लिहाजा नीतीश कुमार पार्टी दफ्तर के गेट पर पहुंचे और मंत्री को ड्राप करने के बाद सीधा सीएम आवास निकल गए।
उधर, दबी जुबान में इन बातों की चर्चा तेज है कि संजय झा को अशोक चौधरी के साथ आज बरबीघा जाना था लेकिन उसके पहले नीतीश कुमार उनको अपने साथ नालंदा लेकर चले गए और ऐसे में संजय अशोक चौधरी को अकेले हैं बरबीघा जाना पड़ा। जबकि उनका बरबीघा जाने से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने मना कर रखा है।
वहीं, ठाकुर- ब्राह्मण विवाद पर मंत्री संजय झा ने कहा कि - नीतीश कुमार हर एक जात धर्म का सम्मान करते हैं, नीतीश कुमार का ट्रैक रिकॉर्ड देख लिगिए। ऐसी बात रखनी चाहिए जिससे कोई धर्म के लोग आहत न हो, जब हम कोई बात रखते हैं तो इतना ध्यान रखना चाहिए कि कोई समाज आहत न हो, इतना ख्याल रखें की किसी बात को कोर्ट करना चाहिए तो कोई आहत न हो।
उधर, खानकहा मौजूबिया में नीतीश के लिए पीएम बनने के दुआ करने और राजद विधायक भाई वीरेंद्र के बयान पर मंत्री संजय झा ने कहा कि - नीतीश कुमार में सारे योग्यता है प्रधानमंत्री बनने की, नीतीश कुमार का इतना लंबा ट्रैक रिकॉर्ड है बिहार जैसे स्टेट को चलाने का। लेकिन, नीतीश कुमार ने बार-बार प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवार को लेकर मना किया है इंडिया एलाइंस को बनाने का पूरे देश भर के नेताओं को एकजुट किया तो वह है नीतीश कुमार, आज भी नीतीश जी प्रयास कर रहे हैं कि 2024 में इंडिया एलाइंस एकजुट होकर चुनाव लड़े।