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158 मुखिया पर होगी कार्रवाई, नल-जल योजना में गड़बड़ी करने वाले प्रतिनिधियों पर एक्शन शुरू

1st Bihar Published by: Updated Wed, 10 Mar 2021 07:05:25 AM IST

158 मुखिया पर होगी कार्रवाई, नल-जल योजना में गड़बड़ी करने वाले प्रतिनिधियों पर एक्शन शुरू

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PATNA : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट सात निश्चय योजना के तहत हर घर नल का जल योजना में गड़बड़ी करने वाले पंचायत प्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ-साथ कर्मचारियों पर कार्रवाई शुरू हो गई है। पटना प्रमंडल में इस योजना के अंतर्गत गड़बड़ी करने वाले 158 मुखिया और पंचायत प्रतिनिधियों पर कार्रवाई होगी। इसमें सबसे अधिक 97 मुखिया रोहतास जिले से हैं। नल जल योजना में गड़बड़ी की शिकायतों के बाद सरकार ने इस पूरे मामले की जांच की कराई थी। मामले में 78 पंचायत प्रतिनिधियों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है जबकि 35 अधिकारी और सरकारी कर्मियों पर भी विभागीय कार्यवाही शुरू कर दी गई है। 


पटना प्रमंडल प्रशासन ने इस मामले में कार्रवाई के लिए जो लिस्ट बनाई है उसमें पटना जिले के 25, नालंदा के 19, भोजपुर जिले के 8, बक्सर के 9, रोहतास जिले के 97 मुखिया शामिल हैं। इसके अलावा पटना जिले के 29, नालंदा ले 9, भोजपुर जिले के 4, बक्सर जिले के 17, और रोहतास जिले के 19 अन्य पंचायत प्रतिनिधियों पर भी प्राथमिकी दर्ज करा दी गई है। ग्राउंड रियलटी जानने के लिए पटना जिले के ग्रामीण इलाकों में 71 जगहों पर पटना के डीएम समेत अन्य अधिकारियों ने निरीक्षण किया। इसके साथ ही साथ रोहतास और कैमूर में 32-32 जगह पर औचक निरीक्षण किया गया। भोजपुर में 58, बक्सर में 8 और नालंदा में 17 जगह पर जांच कराई गई। इस जांच के दौरान कई जगह पर पाया गया कि नल-जल योजना का काम सही तरीके से नहीं कराया गया है। 


जांच में यह बात सामने आई कि योजना का काम आधा अधूरा कराया गया है। पानी की टंकी कहीं बनी है तो बोरिंग का काम पूरा नहीं हो पाया और कहीं पानी की टंकी नहीं है तो बोरिंग का काम आधे अधूरे तरीके से किया गया है। इस योजना का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल पा रहा है लेकिन ज्यादातर जगहों पर पैसे की निकासी कर ली गई है। पटना में 64 लाख रुपए ऐसे पंचायत प्रतिनिधियों से वसूला जाएगा जिन्होंने योजना की राशि निकाल ली लेकिन काम नहीं कराया। रोहतास में 37 लाख, बक्सर में 27 लाख, भोजपुर में 9 लाख की वसूली होगी जबकि मुख्यमंत्री के गृह जिले में सबसे ज्यादा 199 लाख रुपए की वसूली की जानी है।