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1st Bihar Published by: Updated Wed, 09 Oct 2019 09:06:04 PM IST
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MUZAFFARPUR: देश में मॉब लिंचिंग की बढ़ती घटनाओं पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुला खत लिखने वाले 50 हस्तियों के खिलाफ दर्ज मुकदमे को मुजफ्फरपुर पुलिस ने खारिज कर दिया है. पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने वाले वकील के खिलाफ केस दर्ज करने का फैसला लिया है. वकील मुजफ्फरपुर के SSP मनोज कुमार ने इस मुकदमे को शरारत और तथ्यहीन करार देते हुए केस खत्म करने का आदेश दिया है. इस मामले में कोर्ट में परिवाद दायर किया गया था. कोर्ट के आदेश पर मुजफ्फरपुर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया गया था.
एक स्थानीय वकील ने किया था केस
दरअसल, मॉब लिंचिंग के मामले पर PM नरेंद्र को खुला खत लिखने वाले 50 हस्तियों खिलाफ मुजफ्फरपुर कोर्ट में एक स्थानीय वकील सुधीर कुमार ओझा ने मुकदमा दर्ज कराया था. मुजफ्फरपुर के सीजेएम की कोर्ट में परिवाद दायर किया गया था, परिवाद के आधार पर कोर्ट ने पुलिस को मामले की प्राथमिकी दर्ज कर जांच करने को कहा था. कोर्ट के निर्देश के बाद सदर थाने में FIR दर्ज की गयी थी. लेकिन पुलिस जांच में पूरा मामला ही गड़बड़ पाया गया.
बिना किसी तथ्य-सबूत के दर्ज हुआ था मुकदमा
बिहार के ADG(हेडक्वार्टर) जितेंद्र कुमार ने बताया कि शिकायतकर्ता ने बिना किसी तथ्य या सबूते के केस दर्ज कराया था. पुलिस ने जांच में सबूत मांगे तो किसी तरह का सबूत पेश नहीं किया गया. यहां तक की वो खत भी नहीं दिया गया, जिसके आधार पर 50 लोगों के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कराया गया था. केस दर्ज कराने वाले ने पुलिस को सिर्फ पेपर कटिंग देकर पल्ला झाड़ लिया. ऐसे में केस को फॉल्स करार दिया गया है.
शिकायत करने वाले पर होगी कार्रवाई
एडीजी (मुख्यालय) जितेंद्र कुमार ने कहा कि पूरे मामले की जांच से ये लग रहा है कि शिकायत करने वाले ने गलत नियत से मुकदमा दर्ज कराया था. उसके द्वारा लगाये गये आरोप गलत थे और किसी किस्म का कोई सबूत शिकायत करने वाले के पास मौजूद नहीं था. गलत मुकदमा दर्ज करना कानून अपराध है और पुलिस शिकायतकर्ता के खिलाफ कार्रवाई करेगी. मुजफ्फरपुर पुलिस को इसके आदेश दे दिये गये हैं.
मॉब लिंचिंग पर चिंता जताते हुए लिखा था पत्र
हम आपको बता दें कि श्याम बेनगल, मणिरत्नम, रामचंद्र गुहा, अनुराग कश्यप, शुभा मुदगल सहित 50 कलाकारों और दूसरे नामचीन लोगों ने तीन महीने पहले प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर देश में बढ़ती मॉब लिंचिंग की घटनाओं पर चिंता जताया था और सरकार से इसे रोकने को कहा था. खत में कहा गया था कि जय श्री राम के नारे का गलत उपयोग किया जा रहा है. इसके जवाब में 61 हस्तियों ने खुला पत्र जारी किया था. प्रसून जोशी, कंगना रनौत, सोनल मान सिंह समेत 61 हस्तियों ने खुला खत लिख कर कहा था कि मॉब लिंचिंग की घटनाओं पर राजनीति की जा रही है और सरकार को जान बूझ कर बदनाम करने की साजिश रची जा रही है.