PATNA: मुंगेर में पुलिस फायरिंग में एक युवक की मौत और पांच युवकों के घायल होने के बाद दो दिनों से तनाव का माहौल बना हुआ था और आज ये गुस्सा भड़क गया. जिसके बाद लोग उग्र हो गए और दोनों थानों में आग लगा दिया. तब जाकर पुलिस मुख्यालय हरकत में आया है. जब मुंगेर जल रहा है तो हाई लेबल मीटिंग बुलाई गई है.
मीडिया से बोलने से बचते रहे आमिर सुबहानी
मुंगेर मामले पर ज्यादा कुछ भी बोलने से बचे गृह अपर मुख्य सचिव आमिर सुबहानी कुछ भी बोलने से बचते नजर आए. इस मामले पूरे मामले पर हाई लेवल मीटिंग बुलाई गई है. इस मीटिंग में कई पुलिस के अधिकारी शामिल हो रहे हैं.
एडीजी मुख्यालय का आया बयान
मुंगेर गोलीकांड के बाद ADG पुलिस मुख्यालय जितेंद्र कुमार ने कहा कि जांच वरीय पुलिस अधिकारियों के द्वारा किया जा रहा है. जाँच में जो बातें सामने आएगी उसके आधार पर कानूनी और विभागीय कार्रवाई की जाएगी. एडीजी ने कहा कि मूर्ति विसर्जन के दौरान हालात बिगड़े थे और उसके बाद पुलिस को कार्रवाई करनी पड़ी, लेकिन हालात क्यों बिगड़े इसकी समीक्षा की जा रही है. जल्द ही जांच पूरी हो जाएगी और दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी.
मुंगेर में दो थानों में लगाई आग
मुंगेर में भीड़ का गुस्सा कंट्रोल से बाहर होते जा रहा है. भीड़ ने दो थानों को आग लगाकर जला दिया है. पूर्व सराय थाना और बासुदेवपुर ओपी को भीड़ ने फूंक डाला है. अब भीड़ कोतवाली थाना की ओर बढ़ रही है. दोनों थानों की कई गाड़ियों में भीड़ ने आग लगा दी है. लगातार मुंगेर एसपी लिपि सिंह के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं. वह लगातार कर रहे हैं कि मुंगेर में लिपि सिंह की तानाशाही नहीं चलेगी.
पुलिस पर फायरिंग का आरोप
मुंगेर में पुलिस जबरन मूर्ति विसर्जन करा रही थी. इसका जब लोगों ने विरोध किया तो पुलिस ने लाठीचार्ज किया. जब लोग हंगामा करने लगे तो पुलिस ने फायरिंग कर दी. एक युवक की सिर में गोली लगी और उसकी मौत हो गई. जबकि पांच लोग गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए. यह घटना मुंगेर के दीन दयाल चौक के पास हुई. मुंगेर के लोगों ने पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाया है. लोगों का कहना है कि पहले से परंपरा रही है कि पहले बड़ी देवी का मूर्ति विसर्जन होता है. उसके बाद छोटी मूर्ति का विसर्जन किया जाता है. लेकिन पुलिस जबरन विसर्जन करा रही थी. पुलिस ने इस दौरान बेरहमी से लोगों की पिटाई की है.