MUNGER: मुंगेर में पुलिस जबरन मूर्ति विसर्जन करा रही थी. इसका जब लोगों ने विरोध किया तो पुलिस ने लाठीचार्ज किया. जब लोग हंगामा करने लगे तो पुलिस ने फायरिंग कर दी. एक युवक की सिर में गोली लगी और उसकी मौत हो गई. जबकि पांच लोग गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए. यह घटना मुंगेर के दीन दयाल चौक के पास की है.
पुलिस लोगों की कर रही पिटाई
मुंगेर के लोगों ने पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाया है. लोगों का कहना है कि पहले से परंपरा रही है कि पहले बड़ी देवी का मूर्ति विसर्जन होता है. उसके बाद छोटी मूर्ति का विसर्जन किया जाता है. लेकिन पुलिस जबरन विसर्जन करा रही थी. पुलिस ने इस दौरान बेरहमी से लोगों की पिटाई की है.
लिपि सिंह चुप, हटाने की मांग
रोज पांच पिस्टल के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाली मुंगेर एसपी लिपी सिंह इस घटना के बाद खामोश हो गई है. पुलिस की बर्बरता पर एक शब्द नहीं बोल रही हैं. रोज मीडिया में बाइट देकर चर्चा में रहने वाली लिपी सिंह अपने ही पुलिस की बर्बरता के बारे में छुपा रही है. जबकि जो वीडियो वायरल हो रहा है उसमें साफ दिख रहा है कि लोगों को दौड़ा-दौड़ाकर पुलिस पीट रही है. इसके बाद भी कुछ लोग नहीं भागे वह मूर्ति के साथ बैठे रहे. ऐसे लोगों पर पुलिस जानवर की तरह पिटाई कर रही है. नाराज लोगों ने लिपि सिंह को हटाने की मांग की है. लोगों ने कहा कि वह इसको लेकर पीएम मोदी से लेकर चुनाव आयोग तक शिकायत करेंगे.
युवक के सिर में लगी गोली
घटना के बारे में बताया जा रहा है कि प्रतिमा विसर्जन के दौरान असामाजिक तत्वों द्वारा पहले रोड़ेबाजी गई. उसके बाद फायरिंग शुरू हुई. जिसमें अनुराग नाम के युवक के सिर में गोली लगी और मौके पर ही उसकी मौत हो गई. जबकि पांच युवक घायल हो गए. घायलों को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. मुंगेर में असमाजिक तत्वों का मनोबल इतना बढ़ा हुआ हैं कि पुलिस के सामने फायरिंग की घटना हुई और पुलिस पर भी हमला कर दिया. पुलिस का थोड़ा सा भी डर नहीं था. इस हमले में कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए है. फिलहाल घटनास्थल पर पुलिस कैंप कर रही है. वही, मुंगेर एसपी ने पुलिस फायरिंग से इंकार किया है और कहा कि यह फायरिंग भीड़ की ओर से की गई है. इस हमले में थानेदार समेत करीब 20 पुलिसकर्मी घायल हो गए है. स्थिति कंट्रोल में है.