DESK : देश में एक बार फिर कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। इसको लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को सभी मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की। बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि हाल के दिनों में कुछ राज्यों में जिस तरह से कोरोना के मामले बढ़े हैं उससे स्पष्ट हो गया है कि चुनौती अभी टली नहीं है। ऐसे में सभी को सतर्क रहने की जरूरत है।उन्होंने कहा कि संक्रमण को रोकना हमारी पहली प्राथमिकता है।
बैठक के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले दो साल के दौरान कोरोना काल में जिस तरह से केंद्र और राज्य की सरकारों ने मिलकर काम किया उसने कोरोना की लड़ाई में अहम भूमिका निभाई। इस दौरान पीएम मोदी ने देश में कोरोना की ताजा स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने RT-PCR टेस्ट पर जोर देते हुए कहा कि आज कोरोना की जो स्थिति है उसमें जरूरी है कि टेस्ट को बढ़ाया जाए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इंफ्रास्ट्रक्चर को अपग्रेड करने का काम भी तेजी के साथ चलना चाहिए। अस्पतालों में बेड, वेंटिलेटर और पीएसए ऑक्सीजन प्लांट जैसे मामलों में स्थिति ठीक है लेकिन ये सुविधाएं लगातार काम करती रहें, इसका ख्याल रखना होगा। इसके लिए केंद्र और राज्य सरकारों को आपसी तालमेल बढ़ाना बहुत ही जरूरी है।
स्कूली बच्चों के संक्रमित होने के मामले पर पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोना के कारण देश में लंबे समय के बाद स्कूल खुले हैं। ऐसे में एक बार फिर परिजनों की चिंता बढ़ने लगी है। लेकिन अब अधिक से अधिक बच्चों का वैक्सीनेशन किया जा रहा है। मार्च महीने में 12-14 साल के बच्चों का टीकाकरण शुरू किया गया था और अब 6-12 साल के बच्चों के वैक्सीनेशन की अनुमति मिल गई है। उन्होंने कहा कि बच्चों का टीकाकरण हमारी प्राथमिकता है ऐसे में स्कूलों में विशेष अभियान चलाने की जरूरत होगी।
पीएम मोदी ने बैठक के दौरान कहा कि कोरोना की चुनौतियां अभी टली नहीं हैं इसलिए लोगों को पहले से अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सभी को कोरोना की गंभीरता को समझना होगा। ओमिक्रॉन और उसके सब वैरिएंट यूरोप के देशों की तरह गंभीर हालात पैदा न करें, इसका सभी को ध्यान रखना होगा। उन्होंने कहा कि देश में जिस तरह से मामले बढ़ रहे हैं उसे देखते हुए हमें अलर्ट रहना होगा।
बताते चलें कि कोरोना की समीक्षा को लेकर हुई इस बैठक में बिहार के सीएम नीतीश कुमार समेत सभी राज्यों के मुख्यमंत्री, केन्द्र शासित प्रदेशों के उपराज्यपाल और प्रशासक शामिल हुए। जिनसे पीएम ने राज्यों में कोरोना के ताजा हालात की जानकारी ली।