PATNA: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज बख्तियारपुर स्थित पैतृक गांव से जातीय गणना की शुरुआत की। जातीय गणना में उन्होंने आंकड़ा दर्ज कराया। पूछे गये 17 सवालों का जवाब दिये। इसके साथ ही जातीय गणना के दूसरे चरण की शुरुआत हो गयी। आज से 15 मई तक यानि कुल 1 महीने जातीय गणना का काम चलेगा। इस दौरान घर-घर जातीय गणना की जाएगी और कुल 17 सवाल लोगों से पूछें जाएंगे। नीतीश कुमार ने बताया कि हम जहां जन्म लिये थे वही गणना कराने आएं हैं। उन्होंने कहा कि सबकों आगे बढ़ा ही हमारा मकसद है।
नीतीश ने कहा- हम जातीय गणना इसलिए करा रहे है कि कोई पीछे ना छूट जाए। अपर कास्ट को भी 10 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। लोग बिना मतलब के भ्रम पाले हुए हैं। हमने कह दिया है कि जातीय गणना बहुत ही ठीक से कीजिएगा जहा गलती इसमें नहीं होनी चाहिए। नीतीश ने कहा कि दूसरे राज्य भी जातीय गणना मॉडल को देखना चाहता है। दूसरे राज्यो के लोगों की भी यही इच्छा है कि उनके यहां भी जातीय गणना हो। जातीय गणना बहुत ही उपयुक्त चीज है।
उन्होंने कहा कि जातीय गणना विधानसभा और विधान परिषद में रखा जाएगा। वही जातीय गणना की जानकारी दी जाएगी। इसकी रिपोर्ट भी सार्वजनिक की जाएगी। किसी को कोई भ्रम ना हो इन सभी चीजों को ध्यान में रखकर हम जातीय गणना करवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सारी पार्टियां देश में जातिगत गणना कराने की मांग को लेकर केंद्र की मोदी सरकार से भी मिले थे लेकिन कहा गया कि केंद्र सरकार ऐसा नहीं करा सकती है हां यदि राज्य अपने पैसे से यह करा सकती है।
जिसके बाद पार्टियों की मीटिंग में यह तय हुआ कि हमलोग अपने राज्य के विकास के लिए और लोगों की सुविधा के लिए जातीय गणना बिहार में करवाएंगे। केंद्र सरकार से मिले थे लेकिन मांगे पूरी नहीं हुई थी। जिसके बाद हम सभी को खूद फैसला लेना पड़ा। उन्होंने कहा कि हर दस साल पर देशभर में जनगणना कराया जाता है लेकिन पहली बार ऐसा हुआ है कि अभी तक इसे नहीं कराया जा सका है। इतना डिले तो कभी हुआ नहीं था। जातीय गणना के बारे में उन्होंने कहा कि एक बार जब सभी राज्यों में हो जाएगा तो यह बहुत ही उपयुक्त चीज हो जाएगी। इन सब चीजे के होने से कोई दिक्कत नहीं आएगी। लोग बिना मतलब के भ्रम पाले हुए हैं।
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को सीबीआई की नोटिस दिये जाने पर नीतीश कुमार ने कहा कि अभी कुछ दिन पहले ही केजरीवाल से मिले थे। विपक्ष को एकजुट देख सीबीआई की कार्रवाई की गयी है। जब हमलोगों की बातचीत हो गयी थी। जब एक जगह सारा विपक्ष जुड़ने की कोशिश कर रहा था। तब केंद्र के लोगों को चिंता हो गयी थी। पता नहीं क्या-क्या करेंगे? ये सब करने से क्या होगा? चुनाव तो होगा ना। जनता मालिक है जनता फैसला सुनाएगी।
मीडिया से बातचीत के दौरान नीतीश कुमार के समर्थक देश का पीएम कैसा हो नीतीश कुमार जैसा हो। कहने लगे ऐसा कहते ही मुख्यमंत्री ने उन्हें रोकते हुए कहा कि नहीं-नहीं हम नहीं बनेंगे पीएम..मेरा नाम मत लीजिए..हमलोग एक साथ चुनाव लड़ेंगे और मजबुती से सामने आएंगे। जनता मालिक है फैसला करेगी। वही मोतिहारी में कथित जहरीली शराब से 8 लोगों की मौत पर उन्होंने कहा कि अपने बिहार में तो सक्रियता है लेकिन लोगों को गलत काम नहीं करना चाहिए। सबको समझाया जाता है किसी को नुकसान होता है तो देखा जाता है।