पुष्पम प्रिया चौधरी ने मुख्यमंत्री राहत कोष में दान किये 800 रुपये, लोगों ने उड़ाया मजाक, कहा- मैडम आठ सौ हमसे ही ले लीजिये

पुष्पम प्रिया चौधरी ने मुख्यमंत्री राहत कोष में दान किये 800 रुपये, लोगों ने उड़ाया मजाक, कहा- मैडम आठ सौ हमसे ही ले लीजिये

PATNA : बिहार कोरोना महामारी जैसी वैश्विक आपदा से जूझ रहा है. सूबे में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर बड़ी तेजी से फ़ैल रही है. लोगों को संक्रमण से बचाने के लिए कोरोना की वैक्सीन दी जा रही है. बिहार विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री उम्मीदवार रही प्लूरल्स पार्टी की अध्यक्ष पुष्पम प्रिया चौधरी ने भी कोरोना का डोज लिया. हालांकि उन्होंने फ्री में ये वैक्सीन नहीं ली. वैक्सीन के लिए उन्होंने 800 रुपये दिए, जिसे लेकर अब वह ट्रोल हो रही हैं. 


मुख्यमंत्री राहत कोष में सिर्फ 800 रुपये दान करने वाली पूर्व सीएम कैंडिडेट पुष्प प्रिय चौधरी की लोग मजाक उड़ा रहे हैं. दरअसल प्लूरल्स पार्टी की संरक्षक पुष्पम प्रिया चौधरी ने बुधवार को ट्वीट कर कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री राहत कोष में 800 रुपये दान किया. ये पैसे उन्होंने कोरोना की वैक्सीन के लिए दी. लेकिन जैसे ही उन्होंने ये ट्वीट किया. वह ट्रोल होने लगी. यूजर उनका मजाक उड़ाने लगे. झंझारपुर सिटी नाम के अकाउंट से एक यूजर ने लिखा कि "आप सिर्फ 800 रूपया दान की. कम से कम आपको एक लाख देना चाहिए था. 800 रूपए आप हमसे ही ले लीजिये." वहीं रवि रंजन नाम के एक अन्य यूजर ने   लिखा कि "केवल अपना वैक्सीन का पैसा दिया, अरे मैडम जी आप तो चीफ मिनिस्टर बनने आयी थी. कम से कम अपने चुनाव क्षेत्र के सारे लोगों को ही वैक्सीन लगवा दो।"


आपको बता दें कि पुष्पम प्रिया चौधरी सबको फ्री में कोरोना वैक्सीन दिए जाने का विरोध कर रही हैं. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टैग कर लिखा था कि "फ्री वैक्सीन का पॉपुलिस्ट ड्रामा बंद करवाइये पीएम साहब। ‘फ़्री’ कुछ नहीं होता, जनता का ₹1,25,000 करोड़ फूँकिये मत। करोड़पति भी फ़्री में ले और गरीब भी, ये कैसी पॉलिसी मेकिंग है? जो समर्थ हैं वे स्वेच्छा से भुगतान कर सकें, ऐसा प्रावधान हो।"\



बुधवार को उन्होंने मुख्यमंत्री राहत कोष में 800 रुपये दान कर लिखा कि "बिहार को 25 करोड़ वैक्सीन चाहिए। ₹10000 करोड़ लगेंगे। पैसा है नहीं। जो समर्थ हैं वे पैसा दें और सरकार पर दबाव दें कि वह अंतिम व्यक्ति तक टीका पहुँचाए। मैंने वैक्सीन के ₹800 दिए। आप अलग ‘फंड’ बनाकर समर्थों से स्वैच्छिक भुगतान की अपील करें। पैसे का सदुपयोग करें।" "चुनावी जुमले की प्रतिष्ठा में प्राण न गँवाएँ। पैसे बिना टीचर-डॉक्टर बहाली रूकी है। ₹10000 करोड़ कहाँ से लाएंगे ‘फ़्री’ वैक्सीन के? केंद्र से पैसे माँगें व जो समर्थ हैं उनसे वैक्सीन का पैसा स्वेच्छा से देने की अपील करें। मिले पैसे का हेल्थ सेवा में सदुपयोग करें।"


सीएम नीतीश पर तंज कसते हुए पुष्पम ने लिखा कि "कभी स्पेशल स्टेटस माँगने वाले सीएम आज अपने पार्टनर की केंद्र सरकार से वैक्सीन के ₹10000 करोड़ नहीं माँग पा रहे। पीएम मोदी जी की सरकार ईस्ट इंडिया कंपनी की रॉबर्ट क्लाइव वाली “बिना उत्तरदायित्व की सरकार” हो गई है।  नाम उनका, फ़ोटो उनका, क्रेडिट उनका, खर्चा राज्य सरकार का!  बिहार जैसे गरीब राज्य वैक्सीन का ₹10000 करोड़ कहाँ से लाएँगे?"