PATNA : वीआईपी अध्यक्ष मुकेश सहनी और तेजस्वी यादव के बीच एक बार फिर से दूरी दिखी है. मुकेश साहनी ने अपनी पार्टी की तरफ से निकाले गए बाइक रैली में महागठबंधन के तमाम नेताओं को शामिल होने का न्यौता दिया था. जीतन राम मांझी, उपेंद्र कुशवाहा के साथ तेजस्वी यादव और कांग्रेस के नेताओं को भी बुलाया था. लेकिन नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पटना में मौजूद होने के बावजूद मुकेश सहनी के पार्टी के कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए. आरजेडी की तरफ से केवल उदय नारायण चौधरी मुकेश सहनी के साथ नजर आए. कुछ ऐसा ही हाल कांग्रेस नेताओं का रहा. कांग्रेस के नेताओं ने सहनी का कोई नोटिस नहीं लिया हालांकि उपेंद्र कुशवाहा और जीतन राम मांझी मुकेश सहनी के साथ एक बार फिर से एकजुटता दिखाते नजर आए. तेजस्वी यादव और कांग्रेस ने जिस तरह मुकेश साहनी से दूरी बनाई है उसके बाद यह सवाल उठना लाजमी है कि आखिर विधानसभा चुनाव में महागठबंधन कैसे एकजुट रह पाएगा.
यह पहला मौका नहीं है जब तेजस्वी यादव ने अपने सहयोगी दलों के कार्यक्रम से दूरी बनाई हो तेजस्वी यादव इसके पहले उपेंद्र कुशवाहा की तरफ से बनाई गई मानव कतार कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए थे. जानकार मानते हैं कि तेजस्वी यादव अपने नेतृत्व को लेकर सहयोगी दलों की तरफ से मुहर नहीं लगने को लेकर नाराज हैं.
मुकेश सहनी जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा लंबे समय से यह मांग करते रहे हैं कि महागठबंधन के घटक दलों के बीच कोआर्डिनेशन कमेटी बनाई जाए साथ ही साथ सभी दलों के साथ चर्चा करके विधानसभा चुनाव के लिए सीएम कैंडिडेट के नाम की घोषणा की जाए. आरजेडी ने अब तक मुकेश सहनी और अन्य सहयोगी दलों की इस मांग पर गंभीरता पूर्वक कोई फैसला नहीं किया है ऐसे में जैसे जैसे चुनाव का वक्त नजदीक आ रहा है आरजेडी के घटक दल अलग गोलबंदी करते नजर आ रहे हैं.