ब्रेकिंग न्यूज़

पटना में नगर निगम की लापरवाही से खुला मेनहोल बना जानलेवा, नाले में गिरा बच्चा पहली उड़ान बनी आखिरी सफर, सऊदी नौकरी पर निकले युवक ने फ्लाइट में दम तोड़ा, विदेश में नौकरी का सपना रह गया अधूरा जमुई में नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम, जंगल से 24 सिलेंडर बम बरामद भागलपुर-हंसडीहा मुख्य मार्ग पर भीषण सड़क हादसा, महिला की मौत, 6 की हालत गंभीर Patna News: पटना एयरपोर्ट के लिए जारी हुआ नया आदेश, उल्लंघन किया तो होगी कड़ी कार्रवाई बेगूसराय में टला बड़ा हादसा: चलती ट्रेन के इंजन में लगी आग, यात्रियों ने कूदकर बचायी अपनी जान गांधी सेतु पर ट्रक और पिलर के बीच फंसा बाइक सवार, ट्रैफिक पुलिस ने किया रेस्क्यू AI in election: AI की चालबाज़ी से उलझे बिहार के वोटर! फर्जी कॉल्स-Deepfake से फैला भ्रम, अब चुनाव आयोग कसेगा शिकंजा! प्यार के लिए लड़का बना लड़की, अब पति किन्नर से शादी की जिद पर अड़ा Bihar politics : तेजस्वी ने किया 'महिला संवाद' पर हमला, जदयू का पलटवार...क्या महिलाओं की तरक्की से डरते हैं नेता प्रतिपक्ष?

सदर हॉस्पिटल में रोज रात को होती है शराब पार्टी, पियक्कड़ों के पिकनिक स्पॉट तह नहीं पहुंच पाते पुलिसवाले, देखें एक्सक्लूसिव Video

1st Bihar Published by: HIMANSHU Updated Tue, 11 Feb 2020 05:26:20 PM IST

सदर हॉस्पिटल में रोज रात को होती है शराब पार्टी, पियक्कड़ों के पिकनिक स्पॉट तह नहीं पहुंच पाते पुलिसवाले, देखें एक्सक्लूसिव Video

MOTIHARI : बिहार में पूर्ण रूप से शराबबंदी है. सरकार इस कानून के सफल होने की खोखले दावे पेश कर्त रहती है. लेकिन सच तो यह है कि सरकारी कर्मचारी हो या वर्दीवाले खुस इस कानून की धज्जियां उड़ाने में लगे रहते हैं. ताजा मामला मोतिहारी जिले का है. जहां सदर अस्पताल में शराब की इतनी बोतलें मिली हैं कि जब पुलिसवालों को नजर पड़ी तो उनकी आंखें फटी की फ़टी रह गईं.


अस्पताल नहीं शराबियों का पिकनिक स्पॉट
घटना पूर्वी चंपारण जिले के मोतिहारी सदर अस्पताल की है. जहां कैंटीन के अंदर रात के अंधेरे में शराब का मयखाना सजाया जाता है. ठंडा और चखना के साथ कई वेरायटी की बोतलें खुलती हैं. वैसे टी मोतिहारी सदर हॉस्पिटल पूर्वी चंपारण का सबसे बड़ा अस्पताल है मगर जो तस्वीरें सामने आई हैं. उसे देखकर तो यही लग रहा है कि यह अस्पताल नहीं शराबियों का पिकनिक स्पॉट है. 


हॉस्पिटल कैंटीन में मयखाना
अस्पताल के अंदर भारी मात्रा में शराब की बोतलें मिलने की खबर मिलते ही पुलिसवालों के हाथ-पांव फूलने लगे. आनन-फानन में दारोगा जी पुलिसवालों को लेकर दौड़े-दौड़े भागे-भागे अस्पताल पहुंचे. सिपाहियों की मदद से कैंटीन का ताला तोड़ा गया. कैंटीन के अंदर कहीं टेबल पर तो कहीं टेबल के नीचे खाली बोतलें आराम फरमा रही थीं. क्योंकि रात को मयखाना सजाने वाले बोतल को खाली कर के आगे का कार्यक्रम नगर निगम के भरोसे छोड़ दिए.


शराबबंदी का अनोखा सच
कैंटीन की स्थिति देखकर जब दारोगा जी की टीम अस्पताल के कैंपस की ओर मुड़ी तो पीछे उन्होंने देखा कि शराबबंदी कानून का सच औंधे मुंह गिरा पड़ा है. एक नहीं, दो नहीं बल्कि दर्जनों बोतलें फेंकी हुई थीं. ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि आख़िरकार ये बोतलें आई कहां से ? जब पत्रकारों ने पुलिस से सवाल किया तो वे कुछ भी स्पष्ट बोलने से हिचकते रहें. 




डीएम ने की कार्रवाई की बात
इस मामले में जब मोतिहारी के डीएम रमण कुमार से बात की गई तो वे खुद हैरान रह गए. उन्होंने कहा कि ऐसी घटना चिंता की विषय है. डीएम ने कहा कि फौरन उत्पाद विभाग की एक टीम का गठन कर मामले की छानबीन की जाएगी. वहीं दूसरी ओर सदर अस्पताल के डॉक्टर अनिल सिन्हा ने भी इस बात पर हैरानी जताई.