ब्रेकिंग न्यूज़

पटना में नगर निगम की लापरवाही से खुला मेनहोल बना जानलेवा, नाले में गिरा बच्चा पहली उड़ान बनी आखिरी सफर, सऊदी नौकरी पर निकले युवक ने फ्लाइट में दम तोड़ा, विदेश में नौकरी का सपना रह गया अधूरा जमुई में नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम, जंगल से 24 सिलेंडर बम बरामद भागलपुर-हंसडीहा मुख्य मार्ग पर भीषण सड़क हादसा, महिला की मौत, 6 की हालत गंभीर Patna News: पटना एयरपोर्ट के लिए जारी हुआ नया आदेश, उल्लंघन किया तो होगी कड़ी कार्रवाई बेगूसराय में टला बड़ा हादसा: चलती ट्रेन के इंजन में लगी आग, यात्रियों ने कूदकर बचायी अपनी जान गांधी सेतु पर ट्रक और पिलर के बीच फंसा बाइक सवार, ट्रैफिक पुलिस ने किया रेस्क्यू AI in election: AI की चालबाज़ी से उलझे बिहार के वोटर! फर्जी कॉल्स-Deepfake से फैला भ्रम, अब चुनाव आयोग कसेगा शिकंजा! प्यार के लिए लड़का बना लड़की, अब पति किन्नर से शादी की जिद पर अड़ा Bihar politics : तेजस्वी ने किया 'महिला संवाद' पर हमला, जदयू का पलटवार...क्या महिलाओं की तरक्की से डरते हैं नेता प्रतिपक्ष?

मोतिहारी सदर अस्पताल में नदारद रहे डॉक्टर, शव ढोने वाला युवक करता दिखा मरीज का इलाज

1st Bihar Published by: HIMANSHU Updated Mon, 13 Jan 2020 12:29:00 PM IST

मोतिहारी सदर अस्पताल में नदारद रहे डॉक्टर, शव ढोने वाला युवक करता दिखा मरीज का इलाज

MOTIHARI:  कभी इलाज के लिए तीसरे स्थान पर रहे मोतिहारी सदर अस्पताल आज राज्य के 37वें स्थान पर पहुंच गया है,  फिर भी सदर अस्पताल के डॉक्टर सुघरने का नाम नहीं ले रहे है. लेट-लतीफी उनकी नियति बन गयी है.

रविवार की देर रात कोटवा में हुए सडक हादसे में घायल तीन युवकों को गंभीर हालत में कोटवा थाना पुलिस मोतिहारी सदर अस्पताल लेकर पहूंची, पर उस वक्त डॉक्टर नदारद थे. अस्पताल में आने वाले शवों को पोस्टमार्टम में सहयोग करने वाले एक सक्रिय युवक घायलों का इलाज शुरु किया. इतना ही नहीं डॉक्टर के टेबल पर बैठकर मरीजों के लिए आवश्यक दवाओं को मंगाता रहा. जिसे फोटो में देखा जा सकता है. इस बाबत जब रिपोर्टर ने अस्पताल की सुरक्षा में तैनात गार्ड से पूछा तो वे डॉक्टर की उपस्थिति से इंकार करते हुए खुद को सुरक्षा गार्ड बताते रहे.

डॉक्टर की अनुपस्थिति के बीच इलाज कराने आए मरीजों के परिजन प्राईवेट अस्पतालों में जाते दिखे. इस बीच दुर्घटना में घायल एक युवक की मौत अस्पताल में हो गयी. तो वहीं घंटों इंतजार के बाद दो अन्य घायलों का इलाज शुरु हुआ. कुछ देर बाद डॉक्टर साहब भी पहूंचे और हाजरी बनाकर आराम करने लगे. जब रिपोर्टर ने डॉक्टर साहब से जानकारी लेना चाहा तो उन्होंने पैदल आने की बात कर थोडी देर होने की बात को स्वीकारा है.