समाजसेवी अजय सिंह ने मदद के बढ़ाए हाथ, पुलिस और आर्मी भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं को सौंपा जंपिंग गद्दा Success Story: पुलिस ने मांगी रिश्वत तो लड़की ने शुरू कर दी UPSC की तैयारी, पहले IPS बनीं; फिर IAS बनकर पिता का सपना किया साकार JEE Main 2025: जेईई मेन में VVCP के छात्र-छात्राओं ने फिर लहराया परचम, जिले के टॉप थ्री पर कब्जा BIHAR NEWS: बिहार के गरीबों के लिए 2102 करोड़ रू की मंजूरी, जल्द ही खाते में जायेगी राशि, डिप्टी CM ने PM मोदी को कहा 'धन्यवाद' Chanakya Niti: दौलत, औरत और औलाद ...चाणक्य ने इन्हें क्यों बताया अनमोल? नीतीश कुमार को बड़ा झटका, जेडीयू के पूर्व विधायक मास्टर मुजाहिद आलम ने दिया इस्तीफा Namami Gange Yojana: बिहार के इस जिले को केंद्र सरकार की सौगात, नमामी गंगे और अटल मिशन के तहत मिलेगा साढ़े पांच सौ करोड़ का विकास पैकेज जनेऊ नहीं उतारा तो परीक्षा से किया बाहर, FIR के बाद बढ़ी सियासत Parenting Tips: पढ़ाई के दौरान क्यों आती है बच्चों को नींद? ये काम करें; दूर हो जाएगी परेशानी Bihar politics: बहुमत है, पर नैतिकता नहीं', बीजेपी पर बरसे मनोज झा, वक्फ कानून की वापसी की उठाई मांग!
1st Bihar Published by: Chandan Kumar Updated Tue, 10 Aug 2021 04:00:00 PM IST
SIWAN : राजद के कद्दावर नेता और सीवान के पूर्व बाहुबली सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन की मौत की उच्च स्तरीय जांच की मांग की गई है. राजद के एक कार्यकर्ता ने गृह मंत्रालय से ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई है. जिसे स्वीकृति मिल गई है. गृह मंत्रालय में तैनात समन्वय और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की संयुक्त सचिव सहेली घोष रॉय को अग्रेषित किया गया है.
सीवान के रहने वाले राजद नेता परवेज़ आलम ने गृह मंत्रालय से इसकी शिकायत की थी कि पूर्व बाहुबली सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन की मौत की उच्च स्तरीय जांच कराई जाये. इन्होंने शहाबुद्दीन की हत्या की साजिश की आशंका जताई है. परवेज़ आलम सीवान जिले के प्रखंड अध्यक्ष हैं. परवेज़ की शिकायत को स्वीकत करते हुए इसे आगे भेजा गया है. फिलहाल इन्हें कोर्डिनेशन और इंटरनेशन कॉर्पोरेशन की जॉइंट सेक्रेटरी सहेली घोष रॉय के जवाब का इंतजार है.
राजद नेता परवेज आलम ने गृह मंत्रालय को लिखे पत्र में मांग किया है कि सीवान के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन की मौत संदेहास्पद है. ऐसा लगता है कि सुनियोजित और गहरी साजिश के साथ उनकी मृत्यु हुई है. उनके इलाज में भारी लापरवाही की गई हैं. आखिर क्या वजह रही थी दो बार विधायक और 4 बार सांसद रहने के बाद देश के प्रतिष्ठित एम्स में इलाज नहीं कराया गया. यह जांच का विषय है.
इन्होंने पूछा है कि क्या जेल मैनुअल में वर्षों तक सांसद विधायक रहे व्यक्ति का एम्स में इलाज कराना शामिल नहीं है? उनके निधन से पूरे बिहार सहित देश भर के विभिन्न हिस्सों में अल्पसंख्यक समुदाय की जनता काफी दुःखी है. गौरतलब हो कि शहाबुद्दीन की मौत बीते 1 मई को दिल्ली के दिन दयाल उपाध्याय हॉस्पिटल में इलाज के दौरान हो गई थी. जिसके बाद से उनके समर्थकों में उनकी साजिश के तहत हत्या की आशंका व्यक्त की.