PATNA : स्थानीय निकाय कोटे से बिहार विधान परिषद की 24 सीटों पर होने वाले चुनाव को लेकर काफी जद्दोजहद के बाद शनिवार को राजग के मुख्य घटक दल भाजपा और जदयू द्वारा सीट बंटवारे की घोषणा अवश्य कर दी गई. एमएलसी चुनाव में बीजेपी 13 और जदयू 11 के सीटों पर चुनाव लड़ने का समझौता हो गया है. हालांकि, बीजेपी ने अपने हिस्से की एक सीट राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (पारस गुट) को भी एक सीट देने पर राजी हो गई है.
लेकिन इस सीट बंटवारे में साइड कर दिए गये वीआईपी के अध्यक्ष मुकेश सहनी और पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी की नाराजगी सामने आई है. मुकेश सहनी के बाद एनडीए में शामिल पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि जब गठबंधन है तो टिकट का बंटवारा मिलजुल कर होना चाहिए था. हम कैडेट भी नहीं देते, लेकिन मिलकर बात करना चाहिए था.
मांझी ने कहा कि एनडीए में चारों-पांचों घटल दलों के साथ निर्णय लेना चाहिए था. करते वहीं, जो फैसला होता, लेकिन सभी को विश्वास में लेकर सीट बंटवारे करना चाहिए था. हालांकि मांझी ने संतोष करते हुए कहा कि हम नहीं चाहते हैं एक सीट के लिए एनडीए में फूट हो. अब जो निर्णय हुआ हो उसका हम स्वागत करते हैं. हमने ट्वीट भी किया था इसके लिए.
बता दें कि इससे पहले बिहार में बीजेपी के बूते मंत्री बनकर बैठे मुकेश सहनी ने रविवार को भाजपा पर खुला हमला बोला. मुकेश सहनी ने कहा कि बीजेपी ने अभी उनकी पीठ में खंजर भोंका है, वह मेरी हत्या भी करा सकती है. बिहार विधानपरिषद की सीटों के बंटवारे पर एनडीए में फूट पड़ गई. वीआईपी और हम पार्टी को साइड कर दिया गया. मुकेश सहनी ने इसी को लेकर कल प्रेस कांफ्रेंस की थी. और बीजेपी पर बड़े आरोप लगाये थे.