MLC चुनाव को लेकर तेजस्वी यादव का बड़ा एलान: कांग्रेस से समझौता नही होगा, राजद ने उम्मीदवार तय कर लिये हैं, लेफ्ट पार्टियों से सहमति

MLC चुनाव को लेकर तेजस्वी यादव का बड़ा एलान: कांग्रेस से समझौता नही होगा, राजद ने उम्मीदवार तय कर लिये हैं, लेफ्ट पार्टियों से सहमति

DELHI: बिहार में 24 सीटों पर होने जा रहे एलएलसी चुनाव को लेकर तेजस्वी यादव का बड़ा बयान आ गया है. तेजस्वी यादव ने साफ साफ कह दिया है कि उनकी पार्टी बिहार में कांग्रेस से समझौता नहीं करने जा रही है. तेजस्वी ने कहा है कि राजद में केंद्र की पॉलिटिक्स में कांग्रेस को समर्थन दे रखा है. एमएलसी चुनाव में राजद का लेफ्ट पार्टियों के साथ सहमति बना ली है.


दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में 24 सीटों पर होने एमएलसी चुनाव के लिए राजद ने उम्मीदवारों के नाम का एलान कर दिया है. उनकी पार्टी के प्रत्याशी क्षेत्र में जाकर वोटरों से संपर्क भी कर रहे हैं. इस चुनाव में कांग्रेस से तालमेल नहीं होगा. हां, लेफ्ट पार्टियों से बात हो गयी है.


कांग्रेस पर मढ़ा दोष

तेजस्वी ने कहा कि सब लोगों ने देखा है कि बिहार में विधानसभा की दो सीटों पर उपचुनाव में क्या हुआ. हमने कांग्रेस से कहा था कि उप चुनाव और एमएलसी चुनाव पर एक साथ बात कर ली जाये. लेकिन उधर से क्या हुआ ये सब लोगों ने देखा. अब राजद ने फैसला कर लिया है कि एमएलसी का चुनाव लेफ्ट पार्टियों के साथ मिलकर लडे़ंगे.


भविष्य में भी राजद-कांग्रेस समझौता नहीं

तेजस्वी ने आज इशारों में बड़ी बात कह दी. उन्होंने कहा कि राजद ने केंद्र की राजनीति में कांग्रेस को समर्थन दे रखा है. बिहार में ऐसा नहीं है. तेजस्वी के बयान का मतलब यही निकाला जा सकता है कि अब विधानसभा चुनाव में भी राजद का कांग्रेस से तालमेल नहीं होगा. पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से चोट खाये तेजस्वी अब पुरानी गलती को फिर से नहीं दुहराने के मूड में हैं.


कांग्रेसी नेताओं से मिलने तक को तैयार नहीं हुए लालू-तेजस्वी

इससे पहले फर्स्ट बिहार ने आपको खबर दी थी कि बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष मदन मोहन झा पिछले दो दिनों से दिल्ली में डेरा डाल कर बैठे हैं, एक दफे लालू यादव से मुलाकात हो जाये. लेकिन लालू मिलने को तैयार नहीं हैं. दिल्ली में कैंप कर रहे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा से आज ही मीडिया ने पूछा था कि एमएलसी चुनाव में गठबंधन का क्या हुआ. मदन मोहन झा बोले-RJD से अभी तक कोई बात नहीं हुई है. बात होगी तो बैठकर न होगी. रोड पर चलते फिरते तो बात नहीं हो सकती है न. अभी तक तालमेल पर जो कोई ठोस बातचीत होनी चाहिये वह नहीं हो पायी है. 


कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि हमारे लोगों की राय है कि राजद से तालमेल किया जाये. हमारी पार्टी में 10-12 उम्मीदवार हैं जो एमएलसी चुनाव लड़ना चाहते हैं. उन्होंने अपना आवेदन भी हमारे प्रदेश कार्यालय में जमा किया है. लेकिन हमारी कोई बात राजद से नहीं हो पायी है. 


मदन मोहन झा ने कहा था कि तेजस्वी जी कहीं बाहर हैं. अभी लौटे नहीं है. वे वापस आयेंगे तो आपस में बात करेंगे. तब शायद हम लोगों को कोई खबर दी जायेगी तो हमलोग मिल सकते हैं. लेकिन दिल्ली में कदम रखते ही तेजस्वी यादव ने साफ कर दिया कि वे कांग्रेस का कोई नोटिस नहीं लेंगे. कांग्रेस को अपने दम पर जो करना है करे. 


राजद नेता पहले ही ये बता रहे थे. कांग्रेस के साथ राजद क्या सलूक करेगी ये तभी तय हो गया था जब एमएलसी के पिछले चुनाव में जिस पश्चिम चंपारण सीट को कांग्रेस ने जीता था, राजद ने वहीं से सबसे पहले उम्मीदवार के नाम का एलान कर दिया था. राजद नेता बताते हैं कि उनकी पार्टी औऱ नेता दो सीटों पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस की हैसियत को परख चुके हैं. 


तेजस्वी कांग्रेसी नेताओं की उस बयानबाजी को भी नहीं भूले हैं जो विधानसभा उप चुनाव के दौरान की गयी थी. लिहाजा एमएलसी चुनाव को लेकर तेजस्वी ने सारी तैयारी अकेले की है. वे एमएलसी की 24 सीटों में से लगभग 20 सीटों पर उम्मीदवार का चयन कर चुके हैं. राजद के उम्मीदवार वोट मांगने के लिए घूम रहे हैं. जो 4 सीट बाकी बची है उसमें से एक सीट सीपीआई के लिए छोड़ने का फैसला ले चुके हैं. बाकी के 3 सीटों पर भी अगर दमदार उम्मीदवार मिल जाये तो तेजस्वी वहां से भी चुनाव लड़ने को तैयार हैं. 


राजद सूत्र बता रहे हैं कि तेजस्वी के साथ साथ लालू यादव का भी मानना है कि कांग्रेस को सीट देने का मतलब है एनडीए को सीट गिफ्ट कर देना. 2020 के विधानसभा चुनाव से राजद को यही सबक मिला है. कांग्रेस ने जैसे तैसे टिकट बांटा और नतीजा ये हुआ कि राजद सत्ता में आते आते रह गयी. 2020 के चुनाव के बाद से राजद ने कांग्रेस को कोई भाव नहीं देने का फैसला कर रखा है.