PATNA : महीने के अंदर दूसरी बार भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा बिहार आए। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार से विशेष लगाव होने के नाते नड्डा का पुरजोर तरीके से स्वागत किया गया। राजधानी पटना की तमाम गलियों को भाजपा के छोटे-बड़े तमाम नेताओं ने अपने पोस्टर बैनर के जरिए पाट दिया। नड्डा राजधानी में लगभग रात्रि 9:30 बजे तक रहे। इस दौरान सबसे आम बात यह रहे की कप नड्डा ने लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार भाजपा के सांसदों के साथ एक बैठक की और उन्हें कई तरह के महत्वपूर्ण टास्क तक दिया।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने लगभग 30 मिनट तक पार्टी के सांसदों के साथ बैठक की और इस दौरान उन्होंने सभी सांसदों को पांच महत्वपूर्ण टिप्स दिए हैं। जिससे भाजपा को बिहार में अपनी चुनावी रणनीति तैयार करने में थोड़ी आसानी होने वाली है।
जनता के बीच जाकर लें फीडबैक
सबसे पहले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने पार्टी के सांसदों को यह निर्देश दिया है कि वह अपने लोकसभा क्षेत्र में जाएं और यह मालूम करें कि जनता के बीच उनको लेकर क्या मनोभवाना है। यदि जनता उन्हें अच्छी बातें बाटला रही हो और उनकी तारीफ कर रही हो तो फिर उन तारीफ को और उनके विश्वास को और अधिक हासिल करें। यदि संसद को सही फीडबैक नहीं मिल रहा है तो फिर अपनी कमियों को दूर करने की कोशिश जल्द से जल्द करें।
यही नहीं बीजेपी के सूत्र यह भी बताते हैं कि इसको लेकर न सिर्फ भाजपा के सांसद को यह निर्देश दिया गया है बल्कि राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा ने सभी सांसदों को लेकर जनता के बीच क्या फीडबैक है इसे जानने के लिए अपने सहयोगी संगठन के लोगों को भी कम पर लगाया है ताकि उन्हें सही फीडबैक हासिल हो सके।
महिलाओं के बीच हो आरक्षण की चर्चा
वहीं दूसरी बात भाजपा के सांसदों को जगत प्रकाश नड्डा ने यह कहा है कि यदि आपको अपनी धार मजबूत करना है तो फिर बिहार में महिलाओं को अपने प्रति विश्वास में लाने की कोशिश करें। महिला के महिलाओं के बीच जाकर उन्हें महिला आरक्षण बिल के बारे में बताएं और उन्हें यह बताएं कि इस बिल से उन्हें क्या फायदा होने वाला है। क्योंकि बिहार में महिलाओं की भी हिस्सेदारी काफी अधिक होती है ऐसे में यदि महिला वोटर घर से निकलकर वोट करती हैं तो फिर यह वोट भाजपा के पक्ष में जाए ताकि भाजपा का जो मिशन 2024 है वह सफल हो सके। इसको लेकर मोदी सरकार के तरफ से महिलाओं को लेकर चलाए जा रही योजनाओं पर विचार विमर्श करें। पोस्टर, बैनर डिजिटल उपकरण तमाम तरह के चीजों का प्रयोग कर महिलाओं के प्रति केंद्र सरकार के कामों को जन-जन तक पहुंचाएं।
ओबीसी वोट बैंक पर करें ध्यान केंद्रित
अपने इस 30 मिनट के बैठक में जेपी नड्डा ने सांसदों को यह भी निर्देश दिया है कि वह इस बार के चुनाव में ओबीसी समाज को अधिक अच्छे ढंग से रिझाने की कोशिश करें। अगर भाजपा के सांसद इस समाज के मतदाताओं को रिझाने की कोशिश करते हैं तो फिर उनके लिए चुनाव जीतना काफी आसान होने वाला है। क्योंकि अगड़ी जाति का वोट काफी हद तक बीजेपी का ही माना जाता है ऐसे में यदि पिछड़ा समाज का वोट अगर 5-5 सांसद अपने पक्ष में लाते हैं तो फिर चिराग पासवान के साथ आने से काफी हद तक अति पिछड़ा समाज का वोट भी भाजपा को जाएगा और इस लिहाज भाजपा के लिए चुनाव लड़ना और उसमें जीत हासिल करना काफी आसान हो जाएगा।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने साफ तौर पर कहा है कि आप लोगों के बीच जाए और यह बताएं कि देश के प्रधानमंत्री भी इसी समाज से आते हैं और वह इस समाज को लेकर चिंतित भी नजर आते हैं। इसके साथ ही साथ इस समाज को लेकर केंद्र सरकार के तरफ से चलाई जा रही योजनाओं के बारे में भी बताएं और बिहार में उनकी भागीदारी को समझने की कोशिश करें।
नीतीश को नहीं लालू को करें टारगेट
इसके साथ ही साथ भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने अपने सांसदों को यह कहा है कि आप जहां भी प्रचार करने जाएं वहां नीतीश कुमार को लेकर अधिक चर्चा नहीं करें क्योंकि अगर आप इनको लेकर अधिक चर्चा करेंगे तो फिर आप पर भी सवाल उठ सकते हैं लिहाजा आप लालू परिवार पर टारगेट कर जनता के बीच जाएं और जनता को लालू परिवार के कारनामे और लालू राबड़ी शासन काल की बातों को याद करवाए। अगर कहीं अधिक जरूरत हो तभी नीतीश कुमार के नाम का प्रयोग करें। क्योंकि यदि लालू परिवार पर टारगेट किया जाएगा तो उसे ओबीसी समाज को साथ लाने में फायदा मिलेगा और हमें चुनाव लड़ने में आसानी होगी। यदि हम नीतीश कुमार पर सवाल करते हैं तो फिर उन्हें के साथ हमारा भी गठबंधन रहा है। लिहाजा कहीं ना कहीं से हम पर भी सवाल उठेगा और फिर वोट बैंक में कुछ न कुछ बिखराव खराब और विपक्षियों को हम पर हमलावर होने का आसान मौका मिलेगा।
उधर, अपने अंतिम रणनीति में जगत प्रकाश नड्डा ने यह निर्देश दिया है कि आप लोग पहले यह तय कर ले कि अपने सहयोगी दलों के साथ आपको किस तरह ताल मेल बैठना है और एक डाटा तैयार करें जिसमें यह बताया जा सके की पिछले साल के अगस्त से लेकर अब तक यानी महागठबंधन की सरकार बनने के बाद से अब तक बिहार का क्राइम ग्राफ क्या रहा है और किस दिन कितनी हत्याएं हुई है ताकि इसको लेकर हम जनता के बीच जाएं और उन्हें वापस से जंगल राज की याद दिलाए। इसको लेकर आप सहयोगी संगठनों से भी मदद प्राप्त कर सकते हैं। यही वजह है कि भाजपा के तरफ से लगातार उनके सोशल मीडिया पेज पर भी क्राइम की खबरों को लेकर पोस्टर बैनर बनाया जा रहे हैं और इसका प्रचार प्रसार किया जा रहा है। नड्डा ने कहा है कि यदि जरूरत हो तो इन पोस्टों को बिहार के तमाम जिलों में लगाए है ताकि लोगों को यह मालूम चल सके की इस सरकार के आने के बाद क्राइम ग्राफ कितना बड़ा है।